Lucknow News : शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर दायरे में तम्बाकू उत्पादों के बेचने पर होगी सख्त कार्रवाई

UPT | अधिकारियों संग बैठक करती मंडलायुक्त

Oct 28, 2024 18:42

शिक्षण संस्थानों के बगल में तंबाखू और सिगरेट का व्यापार करने वाले दुकानदारों पर प्रशासन का हंटर चलने जा रहा है। मंडलायुक्त लखनऊ रोशन जैकब ने तंबाकू के रोकथाम के लिए सोमवार को बैठक कर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है।

Lucknow News : मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने सोमवार को तंबाकू उत्पाद नियंत्रण को लेकर एक बैठक में अधिकारियों से जानकारी ली और​ निर्देश दिए। आयुक्त सभागार में हुई इस बैठक में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार, अपर आयुक्त राधेश्याम, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। बैठक का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध और तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।

नशीली दवाओं के खिलाफ सख्त रुख
मंडलायुक्त ने बैठक में जोर देते हुए कहा कि नशीली दवाओं और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन शरीर के लिए अत्यधिक हानिकारक है। कई लोग नशे की आदत में पड़कर विभिन्न प्रकार की दवाओं का भी दुरुपयोग करते हैं, जो मानसिक और शारीरिक रोगों का कारण बनती हैं। उन्होंने कहा कि नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करना और उन्हें नशे की आदत से दूर रखना अति आवश्यक है। इस संदर्भ में मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तंबाकू और उससे निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट (COTPA) के तहत सार्वजनिक स्थानों पर नहीं होना चाहिए।

सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक
मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्थानों, चौराहों और सड़कों के किनारे लगी दुकानों पर तंबाकू उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। तंबाकू उत्पादों का झालर के रूप में प्रदर्शन करने वाले विक्रेताओं को चेतावनी दी जाए और जुर्माना भी लगाया जाए। तंबाकू के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए, उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि शिक्षा संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए।

तंबाकू नियंत्रण के प्रचार-प्रसार पर विशेष जोर
मंडलायुक्त ने तंबाकू नियंत्रण और निषेध का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुझाव दिया कि स्टीकर, स्लोगन, और होर्डिंग्स के माध्यम से तंबाकू नियंत्रण पर जागरूकता अभियान चलाया जाए। इसके अलावा, तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूकता लाने के लिए विशेष कार्यक्रम और गतिविधियां भी आयोजित की जाएं, ताकि लोग तंबाकू के खतरों के बारे में जान सकें और इससे दूर रह सकें।

जागरूकता और शिक्षण संस्थानों में कड़े नियम
बैठक में तय किया गया कि शिक्षण संस्थानों के आसपास तंबाकू उत्पादों की बिक्री को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाएगा और यदि कोई विक्रेता इसका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर प्रशासन इन प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन कराएगा और इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया जाएगा। इसके साथ ही जनहित में तंबाकू निषेध के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया जाएगा, ताकि युवाओं को तंबाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।

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