सावन महीना : बाबा के भक्तों के लिए 72 साल बाद दुर्लभ और महायोग, सोमवार से शुरुआत और समापन भी

UPT | 72 साल बाद दुर्लभ और महायोग

Jun 23, 2024 13:23

भगवान शिव का प्रिय महीना सावन जल्द ही शुरू होने वाला है। शिव के प्रिय महीने सावन का इंतजार कर रहे भक्तों के लिए इस बार दुर्लभ और महायोग बन रहा है। हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष स्थान है।

Lucknow News : भगवान शिव का प्रिय महीना सावन एक महीने बाद  शुरू होगा। शिव के प्रिय महीने सावन का इंतजार कर रहे भक्तों के लिए इस बार दुर्लभ और महायोग बन रहा है। हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष स्थान है। इस महीने के पूरे दिन भगवान शिव और माता पार्वती की श्रद्धा के साथ पूजा की जाती है। 72 साल बाद सावन की शुरुआत और समाप्ति सोमवार को होगी, जबकि इस बार पांच सोमवार हैं। सावन 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और 19 अगस्त को समाप्त होगा।

72 साल बाद ऐसा योग 
इस वर्ष सावन का महीना एक विशेष संयोग लेकर आ रहा है। 72 वर्षों के बाद, सावन का आरंभ और समापन दोनों सोमवार को हो रहे हैं। इस दुर्लभ और महायोग में, पांच सोमवार पड़ रहे हैं, जो शिव भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। सावन की शुरुआत 22 जुलाई को होगी। जिस दिन प्रीति योग और सावन नक्षत्र का विशेष संयोग रहेगा। भगवान शिव की आराधना और जलाभिषेक करने वाले भक्तों पर महादेव की विशेष कृपा बरसने की मान्यता है। यह पवित्र माह 19 अगस्त को समाप्त होगा, जो भक्तों के लिए आध्यात्मिक उन्नति का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।

सावन सोमवार की तिथियां
पहला सोमवार- 22 जुलाई, दूसरा सोमवार- 29 जुलाई, तीसरा सोमवार- 5 अगस्त, चौथा सोमवार - 12 अगस्त, पांचवां सोमवार व्रत- 19 अगस्त को है। हिंदू कैलेंडर के पांचवें मास सावन का विशेष महत्व है। भक्त भगवान शिव का पूजन-अर्चन, शिवालयों में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और अभिषेक आदि अनुष्ठान करवाते हैं।

आचार्य कहते हैं- यह दुर्लभ संयोग है
श्री पितामह ज्योतिष केंद्र, लखनऊ के आचार्य शुभम त्रिवेदी ने बताया कि हिंदू धर्म में सावन का प्रारंभ और समापन सोमवार से होना एक दुर्लभ संयोग है। ऐसा 72 साल बाद हो रहा है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से बाबा अपने भक्तों के दुख-दरिद्रता दूर करते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। 

बनारस में उमड़ती है भक्तों की भीड़
सावन के पावन महीने में बनारस की गलियां भक्ति और उत्साह से गुंज उठती हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। रंग-बिरंगी कावड़ लेकर भक्तों की यात्राएं शहर को एक अलौकिक दृश्य प्रदान करती हैं। इस वर्ष की विशेषता यह है कि सावन में पांच सोमवार आ रहे हैं, जो भगवान शिव के उपासकों के लिए एक अनुपम अवसर है। यह अतिरिक्त सोमवार भक्तों को महादेव की और अधिक गहन आराधना का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। ऐसे में इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ने से भक्तों को भगवान शिव की आराधना करने का एक अतिरिक्त दिन मिलेगा। 

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