UPPCL : टाटा पावर ओडिशा की तर्ज पर DVVNL-PuVVNL का निजीकरण, यूपी से दोगुना से ज्यादा है कनेक्शन दर, ऐसे खुली पोल

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Dec 04, 2024 18:30

ओडिशा में एक किलोवाट घरेलू कनेक्शन की कुल फीस 3941 जीएसटी के साथ है। शहरी और ग्रामीण दोनों कनेक्शन के लिए यही दर लागू है। बताया गया कि इसमें स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेगा और 96 महीने तक हर महीने 60 रुपये किराया लगेगा। साथ ही कनेक्शन पोल से केवल 30 मीटर के परिधि में ही होना चाहिए। 

Lucknow News : प्रदेश में ऊर्जा संगठन दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (DVVNL) और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PuVVNL) के निजीकरण का विरोध तेज होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) करीब छह महीने से टीपी वेस्टर्न उड़ीसा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड यानी की टाटा पावर की तारीफ में जुटा है। कारपोरेशन के अधिकारी हर जगह टाटा पावर के पीपीपी मॉडल की प्रशंसा कर रहे हैं। इसके ही आधार पर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है। अब उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने ओडिशा के मॉडल का अध्ययन करके चौंकाने वाला खुलासा किया है।

ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड की तर्ज पर यूपी में महंगी होंगी दरें
संगठन के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने बुधवार को टाटा पावर वेस्टर्न ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के कॉल सेंटर 18003456798 में फोन करके पूरी जानकारी ली। हालांकि इस दौरान चार बार फोन कटने के बाद पांचवीं बार बड़ी मुश्किल से जानकारी हासिल हो सकी। अवधेश वर्मा के मुताबिक उन्होंने किलोवाट घरेलू ग्रामीण व शहरी की दर जानने को लेकर जानकारी की। इस पर बताया गया कि ओडिशा में एक किलोवाट घरेलू कनेक्शन की कुल फीस 3941 जीएसटी के साथ है। शहरी और ग्रामीण दोनों कनेक्शन के लिए यही दर लागू है। बताया गया कि इसमें स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेगा और 96 महीने तक हर महीने 60 रुपये किराया लगेगा। साथ ही कनेक्शन पोल से केवल 30 मीटर के परिधि में ही होना चाहिए। 



सभी जगह जीएसटी खत्म मगर ओडिशा में लागू
सबसे चौंकाने वाला मामला यह है कि सभी जगह जीएसटी खत्म हो गई। लेकिन, ओडिशा में लागू है। इसी तरह स्मार्ट प्रीपेड मीटर की वसूली भी उड़ीसा में उपभोक्ता से होगी। ऐसे में निजीकरण का प्रयोग अभी से सवालों के साथ संदेह के घेरे में आ गया है। वहीं उत्तर प्रदेश में सिंगल फेज मीटर टेस्टिंग की फीस रुपया 50 है, जबकि ओडिशा में इसकी दस गुना 500 रुपये है। उपभोक्ता परिषद ने ये तो महज बानगी है, आगे और बड़े-बड़े खुलासे होना बाकी है।      

उत्तर प्रदेश बनाम ओडिशा: कनेक्शन दरों की तुलना
ओडिशा में बिजली कनेक्शन दरें उत्तर प्रदेश की दरों से काफी अधिक हैं। तुलना से स्पष्ट हो रहा है कि ओडिशा में उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डाला जा रहा है। यूपी में पीपीपी मोड लागू होने पर उपभोक्ताओं को इसी तरह कहीं ज्यादा जेब ढीली करनी होगी।
श्रेणी                                             उत्तर प्रदेश (₹)    ओडिशा (₹)
1 किलोवाट ग्रामीण कनेक्शन             1172             3941
1 किलोवाट शहरी कनेक्शन               1620             3941
सिंगल फेज मीटर टेस्टिंग                       50              500
1 किलोवाट बीपीएल सिक्योरिटी               0              551
2 किलोवाट सिक्योरिटी                     1200             2046

ओडिशा में टीम भेजने की तैयारी
अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि जरूरत पड़ी तो उपभोक्ता परिषद की एक टीम ओडिशा जाएगी और वहां का आकलन भी करेगी। इस दौरान देखा जाएगा कि ओडिशा में उपभोक्ताओं के साथ टाटा पावर क्या व्यवहार कर रहा है, किस दर पर उनसे वसूली की जा रही है। इस मामले को केंद्रीय स्तर पर उठाया जाएगा की निजी क्षेत्र का टाटा पावर ओडिशा के उपभोक्ताओं को लूट रहा है और इस पर तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। उपभोक्ता परिषद ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश में इस लूट की तैयारी को किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देंगे। 

कंसल्टेंट्स और प्राइवेट कंपनियों की भूमिका पर सवाल
संगठन ने यूपीपीसीएल प्रबंधन से मांग की है कि यहां करोड़ों अरबों का कंसलटेंट रखे गए हैं, उनका सही उपयोग करें, एनालिसिस करें कि कौन सा निजी घराना किस प्रकार से अपने फायदे के लिए काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश में कोई भी मॉडल जब तक उपभोक्ताओं के हित में नहीं होगा, उसको किसी भी हालत में लागू नहीं होने दिया जाएगा। संगठन ने आरोप लगाया कि यूपीपीसीएल को तो पता है कि उत्तर प्रदेश में दो साल से कॉस्ट डाटा बुक इसीलिए नहीं बन रही है, क्योंकि वह कनेक्शन की दर बहुत ज्यादा प्रस्तावित कर रहा है।

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