पेपर लीक के बाद UPPSC का बड़ा फैसला : भर्ती परीक्षाओं में शीट की होगी तीन प्रतियां, आयोग भी रखेगा एक कॉपी

UPT | UPPSC का बड़ा फैसला

Jun 26, 2024 18:49

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है, अब अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की ओएमआर (Optical Mark Recognition) की एक प्रति आयोग के पास सुरक्षित रहेगी...

Lucknow News : आरओ-एआरओ भर्ती 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक और पीसीएस जे 2022 की मुख्य परीक्षा में शामिल एक अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका में हेरफेर के कारण, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब आयोग ने घोषित किया है कि आगामी सभी परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की ओएमआर (Optical Mark Recognition) की एक प्रति आयोग के पास सुरक्षित रहेगी। इस निर्णय के जरिए, आयोग ने उच्च स्तरीय संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ परीक्षाओं की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने का संकल्प जताया है।

यह भी पढ़ें- यूपी में 13000 पदों पर होगी बंपर भर्ती : लेखपाल क्लर्क से लेकर जूनियर इंजीनियर पदों पर जुलाई में मांगे जाएंगे आवेदन

ओएमआर की तीन कॉपियां

ओएमआर की प्रथम प्रति (मूल प्रति गुलाबी), द्वितीय प्रति (संरक्षित प्रति हरी) और तीसरी प्रति (अभ्यर्थी प्रति नीली) होगी। परीक्षा समाप्ति के बाद ओएमआर की मूल प्रति और संरक्षित प्रति जमा करा ली जाएगी, तीसरी प्रति (नीली) अभ्यर्थी अपने साथ ले जा सकेंगे। इस फैसले से आयोग की भर्ती परीक्षाएं और पारदर्शी होंगी।



भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए फैसला
दरअसल फिलहाल वस्तुनिष्ठ परीक्षा दो ओएमआर (उत्तर पत्रक) पर कराई जाती है। ओएमआर की मूल प्रति परिणाम बनाने वाली कंप्यूटर एजेंसी को भेज दी जाती है और कार्बन कॉपी अभ्यर्थी अपने साथ ले जाते हैं। आयोग के पास कोई रिकॉर्ड नहीं रहता। सचिव अशोक कुमार की ओर से मंगलवार को जारी सूचना के मुताबिक लोक सेवा आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब आयोग की सबसे प्रतिष्ठित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा समेत सभी वस्तुनिष्ठ परीक्षाओं में शामिल अभ्यर्थियों की ओएमआर की एक प्रति आयोग के पास भी संरक्षित रहेगी।

हेरफेर में लगेगी लगाम
आयोग के पास प्रति रहने से अभ्यर्थी आधारहीन आरोप नहीं लगा सकेंगे। भर्ती परीक्षाओं के बाद कुछ अभ्यर्थी मूल्यांकन में मनमानी, ओएमआर पर बाद में गोला भरने आदि के आरोप लगाते हैं। कुछ अभ्यर्थी बाद में अपनी ओएमआर का गोला भरकर परिणाम पर सवाल खड़ा करते हैं। लेकिन अब परिणाम तैयार करने के लिए गुलाबी प्रति के साथ छेड़छाड़ होती है या खो जाती है तो उसका मिलान आयोग में संरक्षित प्रति से किया जा सकेगा। छात्रों के किसी आरोप का सत्यापन भी आयोग अपने पास रखी कॉपी से कर सकेगा।

यह भी पढ़ें- Police Recruitment Exam : पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, 27 तक केंद्रों की सूची भेजें डीएम

Also Read