जिला अस्पताल में षड्यंत्र : टीबी मरीज का सैंपल डॉक्टर के खाने में मिलाने की कोशिश, जानें फिर क्या हुआ

UPT | डिप्टी सीएमओ एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर यशवीर सिंह

Oct 11, 2024 18:13

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, ये खबर फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है...

Short Highlights
  • बागपत के अस्पताल में डिप्टी सीएमओ को मारने की साजिश
  • सफाईकर्मी की सतर्कता से टली घटना
  • पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
Baghpat News : उत्तर प्रदेश के बागपत से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जिला अस्पताल में दो संविदा कर्मचारियों ने डिप्टी सीएमओ और उनके परिवार की हत्या की योजना बनाई। यह साजिश एक सफाईकर्मी के समय पर सतर्क रहने से बेनकाब हो गई, वरना यह एक बड़ी घटना बन सकती थी। जिसके बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, ये खबर फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है।

सफाईकर्मी ने बचाई जान
दरअसल, आरोपियों ने सफाईकर्मी पर दबाव डालते हुए कहा कि वह टीबी से ग्रस्त मरीज का बलगम और घातक रसायन डिप्टी सीएमओ डॉक्टर यशवीर सिंह के खाने में मिला दे। लेकिन सफाईकर्मी ने यह जानकारी डिप्टी सीएमओ को दे दी और इस साजिश का सबूत यानी मोबाइल रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई। डॉक्टर यशवीर सिंह, जो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सरकारी आवास में रहते हैं, को इस खतरनाक योजना के बारे में अवगत कराने के बाद तत्काल कार्रवाई की गई। सफाईकर्मी टिंकू ने बताया कि टीबी और एचआईवी कॉर्डिनेटर जब्बार खान और लैब टेक्नीशियन मुशीर अहमद ने उसे इस घिनौनी साजिश में शामिल करने की कोशिश की थी। 



पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस मामले के खुलासे के बाद, पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया है। डिप्टी सीएमओ ने पुलिस को इस मामले की शिकायत दी है, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सीएमओ तीरथ लाल ने इस घटना की गहन जांच का आश्वासन दिया है। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक रिकॉर्डिंग में आरोपी आपस में टीबी के सैंपल को पिज्जा में मिलाने की बात कर रहे हैं। डिप्टी सीएम ने मामले का संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छानबीन कर रही है।

ये है पूरा मामला
डिप्टी सीएमओ और उनके परिवार को टीबी मरीजों के सैंपल खिलाकर मारने की खतरनाक साजिश का खुलासा हुआ है। यह योजना टीबी-एचआईवी कोआर्डिनेटर जब्बार खान और लैब टेक्नीशियन मुशीर खान द्वारा बनाई गई थी, जिन्होंने एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की मदद से डिप्टी सीएमओ के घर जाने वाले कर्मचारी पर दबाव बनाया। कर्मचारियों ने फोन पर निर्देश दिया कि वह डिप्टी सीएमओ और उनके परिवार के खाने में टीबी मरीजों का सैंपल मिलाए। लेकिन, उक्त कर्मचारी ने उनकी बातचीत की रिकॉर्डिंग डिप्टी सीएमओ को सौंपकर साजिश का पर्दाफाश कर दिया।

स्वास्थ्यकर्मियों ने किया प्रदर्शन
इसे लेकर, डिप्टी सीएमओ डॉक्टर यशवीर सिंह ने बताया कि टिंकू नामक चतुर्थ श्रेणी कर्मी ने उन्हें इस खतरे से बचा लिया। उन्होंने कहा कि टीबी का सैंपल लेना जान के लिए बेहद खतरनाक हो सकता था और आरोपियों ने उनके परिवार को भी खतरे में डालने की कोशिश की। डॉक्टर ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और ऑडियो रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंप दी, जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने भी कोतवाली में प्रदर्शन किया।

दोनों आरोपियों कि संविदा नौकरी समाप्त
वहीं एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने पुष्टि की कि आरोपियों के खिलाफ हत्या की साजिश का मामला दर्ज किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी टी लाल ने कहा कि ऑडियो में जो बातें सामने आई हैं, वे गंभीर हैं। इसमें टीबी मरीजों के सैंपल को खाने और चाय में डालने की बात की गई है, जो बेहद खतरनाक है। दोनों आरोपियों की संविदा नौकरी तुरंत समाप्त कर दी गई है।

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