यति नरसिंहानंद के शिष्य गिरफ्तार : शांति भंग के आरोप में पुलिस ने पकड़ा, जानें कौन है अनिल यादव?

UPT | अनील यादव

Oct 11, 2024 16:38

महंत यति नरसिंहानंद के शिष्य अनिल यादव, जिन्हें छोटा नरसिंहानंद के नाम से जाना जाता है, को गिरफ्तार किया है। हाल ही में अनिल यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था...

Short Highlights
  • पुलिस ने अनिल यादव को किया गिरफ्तार
  • शांत भंग करने के मामले में हुई कार्रवाई
  • यति नरसिंहानंद के करीबी शिष्यों में से एक है अनिल यादव
Ghaziabad News : गाजियाबाद पुलिस ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले महंत यति नरसिंहानंद के शिष्य अनिल यादव, जिन्हें छोटा नरसिंहानंद के नाम से जाना जाता है, को गिरफ्तार किया है। हाल ही में अनिल यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मुसलमानों के बारे में विवादित बातें करते दिखाई दिए थे। इस वीडियो के चलते मुस्लिम समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया था। 

कोर्ट में सरेंडर करके ली थी जमानत
यति नरसिंहानंद के पहले से ही विवादित बयानों के कारण तनाव की स्थिति बनी हुई थी और अनिल यादव की टिप्पणियों ने इसे और बढ़ा दिया। पुलिस ने इस मामले में अनिल यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की। बता दें कि पुलिस अनिल यादव की गिरफ्तारी के लिए पहले से ही प्रयास कर रही थी, लेकिन अनिल यादव ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर करके जमानत ले ली।  जमानत मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे, जिसके चलते देर रात शांति भंग की धाराओं के तहत अनिल यादव को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। 



कौन है छोटा यति नरसिंहानंद?
दरअसल, अनिल यादव को छोटा यति नरसिंहानंद के नाम से जाना जाता है। वो महंत यति नरसिंहानंद के करीबी शिष्यों में से एक हैं। अनिल यादव अक्सर सफेद वस्त्र पहनकर अपने गुरु के पास देखे जाते हैं। डासना मंदिर में उनकी उपस्थिति का प्रभाव काफी सकारात्मक माना जाता है और वो यति नरसिंहानंद के प्रमुख अनुयायियों में शामिल हैं। अनिल यादव का स्थान यति नरसिंहानंद के शिष्य समुदाय में महत्वपूर्ण है। डीसीपी रूरल, सुरेंद्र नाथ तिवारी के अनुसार, अनिल को शांति भंग की आशंका के तहत गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए मामला भी दर्ज किया गया था।

विवादास्पद बयान देने पर हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि जानकारी के अनुसार, अनिल यादव ने अपने गुरु का पुतला जलाए जाने पर मुस्लिम संगठनों से जुड़े लोगों को मोहम्मद अली और अबू बकर का पुतला जलाने की धमकी दी थी। इस बयान के बाद, दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके चलते 4 अक्टूबर को मंदिर के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। जब पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की, तो उन पर पथराव किया गया।

ये भी पढ़ें- डासना मंदिर विवाद : यति नरसिंहा नंद के शिष्य अनिल यादव गिरफ्तार, विवादास्पद बयान देने पर कार्रवाई

Also Read