डासना मंदिर विवाद : यति नरसिंहा नंद के शिष्य अनिल यादव गिरफ्तार, विवादास्पद बयान देने पर कार्रवाई

UPT | अनील यादव

Oct 11, 2024 15:39

डीसीपी रूरल, सुरेंद्र नाथ तिवारी के अनुसार, अनिल को शांति भंग की आशंका के तहत गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए मामला भी दर्ज किया गया था...

Short Highlights
  • अनिल यादव उर्फ छोटा नरसिंहानंद गिरफ्तार
  • आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए मामला दर्ज
  • एक दिन पहले ही मिली थी जमानत
Ghaziabad News : गाजियाबाद पुलिस ने देर रात अनिल यादव उर्फ छोटा नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया है। अनिल यादव, महंत यति नरसिंहानंद का प्रमुख शिष्य माना जाता है। डीसीपी रूरल, सुरेंद्र नाथ तिवारी के अनुसार, अनिल को शांति भंग की आशंका के तहत गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए मामला भी दर्ज किया गया था। बृहस्पतिवार को अनिल यादव ने कोर्ट में सरेंडर किया, जहां से उन्हें जमानत मिली थी।

पुतला जलाने की दी थी धमकी
जानकारी के अनुसार, अनिल यादव ने अपने गुरु का पुतला जलाए जाने पर मुस्लिम संगठनों से जुड़े लोगों को मोहम्मद अली और अबू बकर का पुतला जलाने की धमकी दी थी। इस बयान के बाद, दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके चलते 4 अक्टूबर को मंदिर के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। जब पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की, तो उन पर पथराव किया गया।



कल ही मिली थी जमानत
पुलिस अनिल यादव की गिरफ्तारी के लिए पहले से ही प्रयास कर रही थी, लेकिन अनिल यादव ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर करके जमानत ले ली।  जमानत मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे, जिसके चलते देर रात शांति भंग की धाराओं के तहत अनिल यादव को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। 

जानें पूरा मामला
दरअसल, यह मामला तब शुरू हुआ जब 29 सितंबर को डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने गाजियाबाद के हिंदी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, पुलिस ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस घटना के चलते देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। 4 अक्टूबर को मंदिर के बाहर हुए उग्र प्रदर्शनों के कारण स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई और पुलिस ने 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

डासना मंदिर की स्थिति जटिल
बता दें कि डासना मंदिर की स्थिति भी इस समय काफी जटिल है। यति के शिष्यों द्वारा प्रदर्शन के कारण नए मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं। हिंदू संगठनों ने यति नरसिंहानंद की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। वहां कमिश्नर ने बताया कि यति नरसिंहानंद के बारे में कोई जानकारी नहीं है और उनकी तलाश की जा रही है। इसके बाद, नाराज हिंदू संगठनों ने 13 अक्टूबर को मंदिर पर पंचायत करने का निर्णय लिया।

हिंदू संगठन ने सौंपा ज्ञापन
इस बीच, हिंदू संगठनों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर पंचायत के दौरान सुरक्षा की मांग की है। ज्ञापन में तीन व्यक्तियों का नाम लिया गया है, जिन्हें आरोपित किया गया है कि वे मंदिर पर भीड़ इकट्ठा करने की साजिश में शामिल हैं। ये नाम इंटेलिजेंस रिपोर्ट में आए हैं, जिससे यह साबित होता है कि उनकी गतिविधियों से तनाव बढ़ा है।

अब तक 18 मुकदमे दर्ज
गौरतलब है कि पुलिस ने बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर रहे हिंदू कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक और केस दर्ज किया। इसके साथ ही, यति नरसिंहानंद के विवादास्पद बयान के बाद अब तक कुल 18 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इस मामले में महेश आहूजा और अन्य 20 से 25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

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