Baghpat News : रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अन्तर्गत बालिकाओं को मिलेगी ट्रेनिंग

UPT | जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए

Jun 19, 2024 15:18

आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को संकट के समय अपनी रक्षा के लिए मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक एवं शारीरिक रूप से मजबूत बनना सिखाया जाता है।

Short Highlights
  • जिलाधिकारी ने रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के संबंध में की बैठक 
  • बेटियों को सुरक्षा ,शिक्षा ,स्वास्थ्य के प्रति किया जाए जागरूक
  • बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा होने से रूकेंगे बेटियों के प्रति अपराध
     
Baghpat News: बागपत में समग्र शिक्षा अभियान (मा०) में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अन्तर्गत जनपद के 19 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं के आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस संबंध में आज जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। 

बालिकाओं को मिलेगी आत्मरक्षा की ट्रेनिंग
जिलाधिकारी ने कहा आत्मरक्षा प्रशिक्षण एक जीवन कौशल है, जो बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करने, उनको अपने परिवेश के बारे में जागरूक होने एवं किसी भी अप्रत्याशित घटना के समय बचाव के लिए तैयार रहने में मदद करता है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को संकट के समय अपनी रक्षा के लिए मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक एवं शारीरिक रूप से मजबूत बनना सिखाया जाता है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत बालिकाओं को विपरीत परिस्थितियों से सामना करने हेतु मानसिक एवं शारीरिक रूप से सशक्त बनाते हुए प्रशिक्षित ट्रेनर्स के माध्यम से मार्शल आर्ट यथा जूडो, ताइक्वांडो, कराटे आदि के माध्यम से उनमें जीवन कौशल का विकास किया जाता है।

19 विद्यालयों की बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जनपद में संचालित 19 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं के आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान हेतु 15000 रुपये प्रति विद्यालय की दर से कुल 285000 रुपये की स्वीकृति प्रदान की गयी है। प्रशिक्षण के लिए 20 जुलाई  2024 तक प्रशिक्षकों का चयन किया जाना है। प्रशिक्षण हेतु ऐसे खिलाडियों का चयन किया जायेगा, जिसके पास मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट योग्यता प्रमाण-पत्र हो। एक प्रशिक्षक अधिकतम तीन विद्यालयों में उपस्थित होकर प्रशिक्षण करा सकता है। प्रशिक्षक को तीन माह के लिए अधिकतम 15000 हजार मानदेय दिया जायेगा।

बालिकाओं को संकट से बचाने की कवायद 
प्रत्येक विद्यालय में प्रशिक्षण तीन माह अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2024 तक संचालित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग द्वारा उपस्थित उपाधीक्षक को निर्देशित किया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु चयनित विद्यालयों में अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से बालिकाओं को साइबर क्राइम से बचने, असामाजिक तत्वों से बचने, बालिकाओं को हेल्पलाइन नम्बरों, महिला हेल्पलाइन 1090, पुलिस हेल्पलाइन 112, एम्बुलेंस 108, साइबर अपराध सहायता 1930 तथा क्षेत्रीय महिला थाना नम्बरों की जानकारी प्रदान की जाए तथा पुलिस विभाग के माध्यम से विद्यालयों में प्रेरणात्मक कार्यक्रम भी संचालित कराये जाये।

दो महिला शिक्षिकाएं नामित
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण का माहवार ट्रेनिंग मॉड्यूल / पीपीटी तैयार कर विद्यालयों को उपलब्ध करायी जाए और पंपलेट पोस्टर भी जागरूकता के उद्देश्य लगाए जाए। विद्यालय स्तर पर उक्त कार्यक्रम हेतु दो महिला शिक्षिकाओं को नामित किया जाए, जो संवाद स्थापित कर बालिकाओं की मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक संवेदनाओं का पता लगाकर सही दिशा प्रदान करने हेतु परिचर्चा करना तथा किशोरावस्था की स्वास्थ्य सम्बन्धी भी प्रदान करेंगी।

प्रशिक्षकों का चयन 25 जून तक किया जायेगा
जिलाधिकारी ने जिला क्रीडा अधिकारी को निर्देशित किया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु वश्यतानुसार इच्छुक महिला प्रशिक्षकों/ खिलाडियों की सूची जिला विद्यालय निरीक्षक को उपलब्ध कराएं। जिसके उपरान्त पूर्ण पारदर्शिता के अनुसार जनपदीय समिति द्वारा प्रशिक्षकों का चयन 25 जून 2024 तक किया जायेगा। सभी चयनित विद्यालयों में निर्धारित समय के अनुसार प्रशिक्षण पूर्ण कराने के निर्देश  दिये गये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव, जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक विजय गौतम सहित आदि उपस्थित रहे।
 

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