नोएडा में बनेगी गौतम बुद्ध की 75 फीट ऊंची मूर्ति : दुनिया की सबसे ऊंची स्टेच्यू बनाने वाले मूर्तिकार को मिली जिम्मेदारी

UPT | Gautam Buddha Statue

Jun 30, 2024 17:12

गगनचुंबी इमारतों के लिए मशहूर नोएडा शहर को अब ऐतिहासिक लुक देने की तैयारी में नोएडा अथॉरिटी जुट गई है। प्राधिकरण ने एक महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की है...

Noida News : गगनचुंबी इमारतों के लिए मशहूर नोएडा शहर को अब ऐतिहासिक लुक देने की तैयारी में नोएडा अथॉरिटी जुट गई है। प्राधिकरण ने एक महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की है, जिसमें गौतम बुद्ध की 75 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण किया जाएगा। इस कार्य के लिए प्रसिद्ध पद्मभूषण मूर्तिकार रामसुतार को चुना गया है। सीईओ लोकेश एम ने रामसुतार से मुलाकात कर इस परियोजना के बारे में विस्तार से चर्चा की। सीईओ ने मूर्तिकार को सम्मानित करते हुए परियोजना की रूपरेखा साझा की।

70 से 75 फीट के बीच होगी प्रतिमा
रामसुतार के पुत्र अनिल सुतार ने कहा, "प्राधिकरण ने गौतम बुद्ध की खड़ी मूर्ति बनवाने का निर्णय लिया है। मूर्ति की प्रस्तावित ऊंचाई 70 से 75 फीट के बीच रखने के निर्देश दिए गए हैं। मूर्ति स्थापना के लिए उपयुक्त स्थल का चयन बाद में किया जाएगा। अभी यह प्रोजेक्ट चर्चा के स्तर पर है। जल्द ही हमें आधिकारिक आदेश मिलने की उम्मीद है। हम प्राधिकरण को गौतम बुद्ध की खड़ी मूर्ति के विभिन्न डिजाइन प्रस्तुत करेंगे, जिनमें से वे अपनी पसंद चुन सकेंगे।"

भगवान बुद्ध का संदेश
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना न केवल नोएडा के सांस्कृतिक परिदृश्य को समृद्ध करेगी, बल्कि भगवान बुद्ध के संदेश और शिक्षाओं को भी प्रसारित करने में मदद करेगी। मूर्ति निर्माण में प्रयोग की जाने वाली सामग्री का निर्णय भी आने वाले समय में लिया जाएगा। इस महत्वपूर्ण कलाकृति को पूरा करने में आठ महीने से एक साल का समय लग सकता है।

पूरी दुनिया में परिचय के मोहताज नहीं हैं राम सुतार
मूर्तिकला के अपने 60 साल के करियर में राम वनजी सुतार ने संसद के अंदर महात्मा गांधी की प्रतिमा सहित कई प्रतिमाएं बनाई हैं। वह देश में सबसे बड़े और शोकेस किए गए मूर्तिकारों में से एक हैं। उनके काम की प्रतियां इंग्लैंड, फ्रांस और रूस जैसे देशों को भी उपहार में दी गई हैं। साल 1954 और 1958 के बीच, सुतार ने अजंता और एलोरा की गुफाओं की कई प्राचीन नक्काशियों को पुनर्स्थापित करने में योगदान दिया। सुतार के करियर को उनकी रचना, मध्य प्रदेश में 45 फीट का चंबल स्मारक स्थापित किया गया। यह स्मारक एक ही चट्टान को तराशकर बनाया गया था। इसका अनावरण 1961 में किया गया था। स्मारक अपने दो बच्चों, राजस्थान और मध्य प्रदेश के साथ मां चंबल का प्रतिनिधित्व करता है। 

वो प्रतिमाएं, जिनसे मिली प्रसिद्धि
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राम सुतार को भाखड़ा बांध बनाने वाले श्रमिकों के शिल्प कौशल को सम्मानित करने के लिए 50 फीट का कांस्य स्मारक बनाने के लिए भी कमीशन दिया था। यह लेबर स्टैच्यू 26 जनवरी, 1959 को स्थापित किया गया था। सुतार की अन्य प्रसिद्ध प्रतिमाओं में दिल्ली में गोविंद बल्लभ पंत की 10 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा, बिहार में कर्पूरी ठाकुर और बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा की प्रतिमा, अमृतसर में महाराजा रणजीत सिंह की 21 फीट ऊंची प्रतिमा और गुजरात में विश्व प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ यूनिटी शामिल हैं।

Also Read