नोएडा एयरपोर्ट के पास बनाया जाएगा मिनी एक्सपो मार्ट : 500 एकड़ में स्थापित होगा फर्नीचर और हस्तशिल्प पार्क

UPT | नोएडा एयरपोर्ट

Jun 27, 2024 12:00

नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट 500 एकड़ भूमि पर एक विशाल फर्नीचर और हस्तशिल्प पार्क स्थापित किया जाएगा। यह परियोजना एक लघु एक्सपो मार्ट...

Short Highlights
  • 500 एकड़ भूमि पर एक विशाल फर्नीचर और हस्तशिल्प पार्क स्थापित किया जाएगा
  • यह व्यापार और निर्यात को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
  • आवंटियों को अपने निर्माण कार्य पूरा करने का पर्याप्त समय मिलेगा
Greater Noida News : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की गई है। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट 500 एकड़ भूमि पर एक विशाल फर्नीचर और हस्तशिल्प पार्क स्थापित किया जाएगा। यह परियोजना एक लघु एक्सपो मार्ट के रूप में विकसित की जाएगी और निर्यात संवर्धन परिषद फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (EPCH) के सहयोग से कार्यान्वित की जाएगी।

नोएडा हवाई अड्डे के पास होगा निर्माण
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने इस परियोजना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक्सपो मार्ट में मुरादाबाद के स्टील उत्पाद और जोधपुर की लकड़ी की वस्तुएं प्रदर्शित की जाती हैं, उसी तर्ज पर यह नया पार्क भी कार्य करेगा। यह स्थान नोएडा हवाई अड्डे के समीप होने के कारण व्यापार और निर्यात को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इस परियोजना की शुरुआत इंडिया एक्स्पोजिशन मार्ट लिमिटेड के अनुरोध पर हुई, जिन्होंने 13 जून 2024 को यमुना प्राधिकरण से 200 एकड़ भूमि की मांग की थी। प्राधिकरण ने इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए परियोजना के लिए भूमि आवंटित करने का निर्णय लिया है। यह पार्क नोएडा हवाई अड्डे के निकट सेक्टर-7 में स्थापित किया जाएगा।

आवंटियों को दिया गया अतिरिक्त समय
इसके अलावा, यमुना प्राधिकरण ने अपने आवंटियों को राहत प्रदान करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिन लोगों ने अभी तक अपनी परियोजनाएं पूरी नहीं की हैं, उन्हें 31 दिसंबर तक का अतिरिक्त समय दिया गया है। इस अवधि के दौरान कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा, जिससे आवंटियों को अपने निर्माण कार्य पूरा करने का पर्याप्त समय मिलेगा।

टप्पल में अवैध निर्माण रोकने के लिए उठाए गए कदम
प्राधिकरण ने टप्पल क्षेत्र में अवैध निर्माण रोकने के लिए भी कदम उठाए हैं। टप्पल में शेष बची 2627 हेक्टेयर भूमि को मास्टर प्लान के अनुसार विकसित किया जाएगा। इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया है। ये निर्णय यमुना प्राधिकरण की हाल ही में संपन्न बोर्ड बैठक में लिए गए, जिनका उद्देश्य क्षेत्र के समग्र विकास को गति प्रदान करना और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाना है।

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