बदलता उत्तर प्रदेश : गाजियाबाद की स्ट्रीट लाइटें अब एक साथ होंगी ऑन-ऑफ, जानिए क्या है स्काडा सिस्टम

UPT | गाजियाबाद।

Jul 14, 2024 02:43

नगर निगम सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजिशन (स्काडा) सिस्टम तैयार कराने जा रहा है। लगभग 21 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इस सिस्टम से नगर निगम मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम से ही लाइटों को जलाया और बंद किया जा सकेगा।

Short Highlights
  • 21 करोड़ की लागत से निगम तैयार कराएगा स्काडा सिस्टम
  • कंट्रोल रूम से ही लाइट्स जलाने और बुझाने का होगा काम
  • लाइटें खराब पर कंट्रोल रूम को तत्काल मिलेगी जानकारी
 Ghaziabad News : गाजियाबाद में स्ट्रीट लाइट्स के लिए नया हाईटेक सिस्टम तैयार किया गया है। इस सिस्टम से शहर की सड़कों और गली-मोहल्लों में लगी स्ट्रीट लाइटें एक साथ ऑन-ऑफ होंगी। लाइटें बंद करने और जलाने के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को दौड़ नहीं लगानी होगी।

सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजिशन (स्काडा) सिस्टम तैयार
नगर निगम सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजिशन (स्काडा) सिस्टम तैयार कराने जा रहा है। लगभग 21 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इस सिस्टम से नगर निगम मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम से ही लाइटों को जलाया और बंद किया जा सकेगा। कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट को जलाने और बंद करने के लिए पोल या आसपास स्विच लगा होता है। इसे जलाने या बंद करने की जिम्मेदारी पोल के आसपास के लोगों की होती है।

शिकायत के बाद भी ठीक होने का इंतजार करना पड़ता है
मुख्य मार्गों पर भी किसी एक जगह से लाइटों को जलाया और बंद किया जाता है। कई बार कमर्चारी स्विच ऑन-ऑफ करना भूल जाते हैं तो लाइटें पूरी दिन जलती रहती हैं। इसके अलावा अगर कहीं स्ट्रीट लाइट में फॉल्ट हो गया या बल्ब फ्यूज हो गए तो लोगों की शिकायत के बाद भी ठीक होने का इंतजार करना पड़ता है। स्काडा सिस्टम से स्ट्रीट लाइटों की निगरानी से लोगों को काफी फायदा होगा।

नगर निगम क्षेत्र में 62 हजार स्ट्रीट लाइटें
कंट्रोल रूम से ही एक साथ सभी लाइटों को ऑन-ऑफ किया जाएगा। कहीं खराबी आने पर कंट्रोल रूम को पता चल जाएगा और उसे फौरन ठीक करा दिया जाएगा। दिन भर लाइट्स जलती छूट जाने पर बिजली की बर्बादी भी नहीं होगी। नगर निगम क्षेत्र में 62 हजार स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। इन सभी को स्काडा सिस्टम से जोड़ा जाएगा।

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