Ghaziabad News : पैगम्बर मोहम्मद पर की टिप्पणी पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने सीएम योगी से की असंवैधानिक नजरबंदी से रिहा करवाने की मांग

UPT | महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी

Oct 25, 2024 21:50

इसके लिये बहुत सारे प्रामाणिक इस्लामिक ग्रन्थों और प्रामाणिक ऐतिहासिक पुस्तकों को एकत्रित करना पड़ेगा ताकि माननीय उच्च न्यायालय के साथ सम्पूर्ण विश्व मोहम्मद और उसके अनुयायियों की सच्चाई को समझ सके।

Short Highlights
  • डॉ. उदिता त्यागी ने जारी किया महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी का वीडियो
  • इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखने की कर रहे मांग 
  • वीडियो जारी कर की सीएम योगी से की मदद की अपील
Ghaziabad News : महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय से अपने विरुद्ध दाखिल जनहित याचिका पर अपना पक्ष रखने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आज एक वीडियो जारी करके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस की असंवैधानिक नजरबंदी से रिहा करवाने की प्रार्थना की ताकि वो प्रयागराज उच्च न्यायालय में अपने विरुद्ध दाखिल की गई मुस्लिम विद्वानों की जनहित याचिका पर अपना पक्ष रख सकें।

वीडियो डॉ उदिता त्यागी ने जारी किया
यह वीडियो आज डॉ उदिता त्यागी ने जारी किया है। यह जनहित याचिका दो दिन पहले हजरत ख्वाजा गरीब नवाज वेलफ़ेयर एसोसिएशन महाराष्ट्र नाम की संस्था के सचिव मोहम्मद यूसुफ की ओर से दाखिल की गई है।इस जनहित याचिका में एडवोकेट मोहम्मद आरिफ व एडवोकेट सहर नकवी याचिकाकर्ता की ओर से दलील पेश करेगी।यह जनहित याचिका महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के इस्लाम के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए हुए उनके बयान पर दाखिल की गई है।

उन्हें प्रयागराज उच्च न्यायालय में अपना पक्ष रखना है
जारी वीडियो में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को सम्बोधित करते हुए कहा है कि उन्हें प्रयागराज उच्च न्यायालय में अपना पक्ष रखना है कि क्यो वो मोहम्मद को सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिम जनसमुदाय के लिये एक भयंकर अभिशाप समझते हैं।

मोहम्मद के जन्म से लेकर उसका सम्पूर्ण जीवन चरित्र और मोहम्मद की मृत्यु के बाद
इसके लिये उन्हें मोहम्मद के जन्म से लेकर उसका सम्पूर्ण जीवन चरित्र और मोहम्मद की मृत्यु के बाद उसके अनुयायियों द्वारा सम्पूर्ण विश्व मे किये गए ऐतिहासिक अत्याचारों का विवरण उच्च न्यायालय के समक्ष रखना है ताकि उच्च न्यायालय सत्य को समझ सके और न्याय कर सके। इसके लिये बहुत तैयारी की जरूरत है क्योंकि इसके लिये बहुत सारे प्रामाणिक इस्लामिक ग्रन्थों और प्रामाणिक ऐतिहासिक पुस्तकों को एकत्रित करना पड़ेगा ताकि उच्च न्यायालय के साथ सम्पूर्ण विश्व मोहम्मद और उसके अनुयायियों की सच्चाई को समझ सके।सही न्याय के लिये यह जरुरी है कि जिसे अपराधी करार दिया जा रहा है, उसकी बात को भी गौर से सुना जाए।अपराधी घोषित किये गए व्यक्ति के पक्ष को सुने बिना न्याय की कोई संभावना नहीं हो सकती।

उच्च न्यायालय उनकी बात भी सुने और उचित निर्णय दे
जारी वीडियो में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने यह भी कहा कि बहुत जल्दी ही उनके वकील प्रयागराज उच्च न्यायालय में उनकी ओर से प्रार्थना पत्र लगा देंगे कि उच्च न्यायालय उनकी बात भी सुने और उनकी बात सुनकर उचित निर्णय दे।उच्च न्यायालय उनकी बात सुनकर जो भी निर्णय देगा,वो उसे सहर्ष स्वीकार करेंगे। 

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