Meerut News : सात साल का मासूम बेटा पिता और मां की लाश के साथ पहुंचा घर तो दादा-दादी हुए बेहोश

फ़ाइल फोटो | आशीष और ज्योति।

Jun 14, 2024 22:49

परिजनों को संभालने के लिए रिश्तेदार मौजूद थे लेकिन माहौल देखकर उनका भी धैर्य टूट गया और वो भी दहाड़े मारकर रोने लगे। कृष्ण अवतार गोयल का बेटा, बहू और पोता तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए गए थे।

Short Highlights
  • तिरुपति बालाजी जाते समय सड़क हादसे में मेरठ के दंपती की मौत
  • आज दोपहर दोनों के शव घर पहुंचे तो मच गया कालोनी में कोहराम
  • बेटे और बहू के शव के साथ सात साल के पोते देखकर बेहोश हुए दादा—दादी
     
Meerut News : मेरठ के कमला नगर निवासी कृष्ण अवतार गोयल के घर आज लोगों की भीड़ लगी थी। हर कोई गमगीन था। घर के भीतर से चींखने और चिल्लाने की आवाजे आ रही थी। परिजनों को संभालने के लिए रिश्तेदार मौजूद थे लेकिन माहौल देखकर उनका भी धैर्य टूट गया और वो भी दहाड़े मारकर रोने लगे। कृष्ण अवतार गोयल का बेटा,बहू और पोता तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए गए थे। लेकिन उन्होंने ये नहीं सोचा था कि जिनको हंसी खुशी भेज रहे हैं, वापसी में उनकी लाश आएगी। सात साल का पोता जब अपने दादा के सामने अपने पिता और मां लाश के घर पहुंचा तो कोहराम मच गया।  

हर किसी की आंखों में आंसुओं का सैलाब
तिरुपति बालाजी जाते समय सड़क हादसे में बेटे-बहू को खोने वाले टीपीनगर कमलानगर निवासी कृष्ण अवतार गोयल के घर हर किसी की आंखों में आंसुओं का सैलाब था। जो रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। आज दोपहर जैसे ही बेटे और बहू के शव उनके आवास पर पहुंचे तो कोहराम मच गया। उनके घर संवेदना प्रकट करने वाले परिचितों-रिश्तेदारों की भीड़ लगी हुई थी। बुजुर्ग माता-पिता की हालत देखकर हर कोई बुजुर्ग दंपती को ढांढस बंधाएं तो कैसे! मां ने जब बहू और बेटे के शव को देखा तो वो बेहोश हो गई। 

दोनों के शवों को दिल्ली से कार से लेकर पहुंचे
तिरुपति बालाजी से दोनों शवों को लेकर परिजन फ्लाईट से दिल्ली पहुंचे और कार से मेरठ पहुंचे। शुक्रवार सुबह की फ्लाइट से वह शवों को लेकर दिल्ली लाया गया। दोपहर डेढ़ बजे तक मेरठ पहुंचे। पिता कृष्ण अवतार गोयल और माता आशा गोयल दोनों बेसुध हैं। घर का माहौल इतना गमगीन कि कोई किसी को ढाढ़स बंधाने की स्थिति में नहीं है। आज जब पति पत्नी के शव एकसाथ घर पहुंचे तो काॅलोनी के लोग जमा हो गए। हर कोई परिजनों के दुख में शामिल होकर सांत्वना देता नजर आया।

ऐसे हुआ हादसा 
तिरुपति बालाजी मंदिर से 12 किमी पहले चित्तूर के पागला थाना क्षेत्र में बेटे आशीष और बहू ज्योति का कार एक्सीडैंट हो गया। कार आगे चल रहे ट्रक में घुस गई थी। आशीष और ज्योति आगे की सीट पर थे, दोनों की माैके पर ही मौत हो गई। जबकि पिछली सीट पर बैठा सात साल का बेटा शिवेन बच गया। मौत की सूचना पर बुधवार सुबह आशीष के छोटे भाई वैभव, ममेरा भाई आयुष और साला मनीष को लगी तो वो आंध्र प्रदेश पहुंच गए। भाई वैभव ने बताया कि गुरुवार को शवों का पोस्टमार्टम हुआ, जिसके बाद आज शव घर लाए गए। 

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