Kedarnath Cloud Burst : केदारनाथ में बादल फटने से फंसे मेरठ के लोग, चार लापता, परिजन हुए चिंतित

UPT | मेरठ।

Aug 03, 2024 01:41

टीवी पर बादल फटने खबर देखने के बाद उन्होंने बेटे को फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया तो तरुण व अन्य सभी का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है।

Short Highlights
  • परिजन अपने लोगों से संपर्क करने का कर रहे प्रयास
  • बृहस्पितवार से संपर्क नहीं होने से मेरठ में परिजन चिंतित
  • केदारनाथ आपदा में फंसे सभी के मोबाइल स्विच आफ 
Meerut News : मेरठ से केदारनाथ दर्शन के लिए गए श्रद्धालु बादल फटने के कारण फंस गए हैं। आपदा में फसे मेरठ के लोगों से परिजनों को कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। इससे उनके परिजन चिंतित हैं। मेरठ में परिजन अपनों के सकुशल होने की प्रार्थना कर रहे हैं। परिजन केदारनाथ में फंसे अपने लोगों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।

प्रभात नगर निवासी यश गुप्ता और बुढाना गेट मेरठ नमकीन के मालिक के रिश्तेदारों के बच्चों के साथ केदारनाथ गए थे। केदारनाथ में बादल फटने के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। गुरुवार को उन्होंने बताया कि केदारनाथ में बादल फटने से पूरा मार्ग ब्लॉक हो गया है। ऐसे में नेटवर्क जाम है। जिसके चलते परिवार से संपर्क नहीं हो पाया।

सभी का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा
वहीं जयदेवी नगर के रहने वाले राकेश के पुत्र तरुण उनका भांजा अंकित, पड़ोस में रहने वाले जॉनी व अज्जू के साथ केदारनाथ गए थे। राकेश ने बताया कि बुधवार रात बेटे तरुण से फोन पर बात हुई थी।उस समय तक सब ठीक था। तरुण ने पिता को बताया था कि वह गुरुवार को दर्शन करने के बाद लौटेंगे। सुबह टीवी पर बादल फटने खबर देखने के बाद उन्होंने बेटे को फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया तो तरुण व अन्य सभी का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है।

अचानक से बादल फटने से सारे रास्ते बंद
इससे परिजन परेशान है। इसके अलावा ब्रह्मपुरी के मोनू शर्मा और रिठानी के तनुज शर्मा केदारनाथ में फंसे हैं। उन्होंने परिजन को बताया कि अचानक से बादल फटने से सारे रास्ते बंद हैं। रास्ता खुलने पर वह वापस घर के लिए रवाना होंगे। केदारनाथ से बाइक पर लौट रहे दिल्ली चुंगी निवासी मनोज शर्मा और उनकी पत्नी अदिति शर्मा तीनधारा में ऊपर से गिरे पत्थर से टकरा गए। जिससे उनकी बाइक गिर गई। अदिति सड़क पर और मनोज शर्मा खाई की ओर जा गिरे है।

बादल फटने के बाद से परिवार के लोगों की बेचैनी बढ़ गई
गढ़वाल मंडलायुक्त की ड्यूटी से लौट रहे बछेलीखाल चौकी के सिपाही राजेश और भूपेंद्र ने अपने वाहन में मौजूद रस्सी के सहारे खाई में उतर कर मनोज का बचाया। माधवपुरम के अमित बंसल, पुनीत बंसल और मयंक बंसल केदारनाथ का दर्शन कर चढ़ाई से उतर रहे थे। बादल फटने के बाद से परिवार के लोगों की बेचैनी बढ़ गई। परिजन का कहना है कि मोबाइल स्विच ऑफ होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। स्थानीय पुलिस को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।

बरसात में वाहन नहीं भेजते मेरठ के ट्रांसपोर्टर
केदारनाथ, बद्रीनाथ और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच मेरठ के ट्रांसपोर्टर अपनी गाड़ियों को नहीं भेजते। ट्रांसपोर्ट संचालकों का कहना है कि उत्तराखंड में बरसात के मौसम में पहाड़ी क्षेत्र में लैंड स्लाइड का खतरा बढ जाता है। ऐसे में शहर के ट्रांसपोर्टर पहाड़ी क्षेत्र में बड़े वाहन नहीं भेजते हैं।

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