चलती ट्रेन में महिला ने बच्चे को दिया जन्म : आनन-फानन में गजरौला स्टेशन पर रोकी गई ट्रेन, डॉक्टरों ने की जांच

UPT | फोटो सोर्स : मेटा एआई (सांकेतिक तस्वीर)

Aug 10, 2024 19:49

अमरोहा में एक महिला ने चलती ट्रेन में ही बच्चे को जन्म दे दिया। यह घटना शुक्रवार देर रात की है, जब महिला को अचानक लेबर पेन शुरू हुआ। ट्रेन में मौजूद महिलाओं की मदद से ट्रेन में ही महिला की डिलीवरी कराई गई।

Short Highlights
  • चलती ट्रेन में महिला ने बच्चे को दिया जन्म
  • गजरौला स्टेशन पर रोकी गई ट्रेन
  • लखनऊ मेल एक्सप्रेस से कर रही थी सफर
Amroha News : अमरोहा में एक महिला ने चलती ट्रेन में ही बच्चे को जन्म दे दिया। यह घटना शुक्रवार देर रात की है, जब महिला को अचानक लेबर पेन शुरू हुआ। ट्रेन में मौजूद महिलाओं की मदद से ट्रेन में ही महिला की डिलीवरी कराई गई। रेलवे अधिकारियों को जब इस स्थिति की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत ट्रेन को गजरौला रेलवे स्टेशन पर रोकने का निर्देश दिया और मेडिकल आपातकालीन सेवाओं को मौके पर बुलाया।

लखनऊ मेल एक्सप्रेस से कर रही थी सफर
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव के रेवला गांव निवासी मुकेश कुमार पंजाब में काम करते हैं। उनकी पत्नी किरन गर्भवती थी। डिलीवरी कराने के लिए वह लखनऊ मेल एक्सप्रेस अपने गांव जा रहे थे। तभी बीच रास्ते में ही उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। प्रसव पीड़ा शुरू होने पर आसपास की महिलाओं ने उसकी मदद की। यात्रा के दौरान कोच में मौजूद एक बुजुर्ग महिला यात्री ने साहसिकता दिखाते हुए प्रसव में मदद की। अन्य महिला यात्री भी आगे आईं और मिलकर इस कठिन परिस्थिति में सहायता की। इस दौरान, पुरुष यात्री कोच से दूर चले गए ताकि महिलाओं को डिलीवरी में मदद मिल सके। इस प्रयास से महिला ने ट्रेन में ही एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया।

ट्रेन को रोककर बुलाई गई एंबुलेंस
महिला की डिलीवरी की सूचना मिलने के बाद रेलवे ने तत्काल कार्रवाई की। गजरौला रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोककर एक 108 एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। प्रसूता और नवजात को सुरक्षित रूप से एम्बुलेंस में बैठाकर गजरौला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया। रेलवे के अधिकारियों और आरपीएफ कर्मियों ने सुनिश्चित किया कि सभी जरूरी मेडिकल सुविधाएं मौके पर उपलब्ध हों।

स्वस्थ थे जच्चा और बच्चा
गजरौला सीएचसी में चिकित्सकों ने महिला और नवजात की स्थिति की जांच की और दोनों को स्वस्थ पाया। सीएचसी के प्रभारी डॉक्टर योगेंद्र सिंह ने पुष्टि की कि मां और बच्चे दोनों की सेहत अच्छी है। चिकित्सकों ने मां और बच्चे की देखभाल में कोई कमी नहीं छोड़ी और उन्हें पूरी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई। सुबह तक दोनों को स्वास्थ्य लाभ मिला और उनके घर लौटने की प्रक्रिया पूरी की गई। गजरौला में ट्रेन को दस मिनट तक रोका गया ताकि प्रसूता और नवजात को सुरक्षित उतारा जा सके और आवश्यक मेडिकल सुविधा दी जा सके।

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