Atul Subhash Suicide : फोन से हटाया फिंगरप्रिंट, लैपटॉप भी ऑफिस लौटाया..., सुसाइड से पहले अतुल ने किए थे कई काम

UPT | Atul Subhash Suicide

Dec 11, 2024 17:57

अतुल ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और जौनपुर की फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर गंभीर आरोप लगाए।

Atul Subhash Suicide : बेंगलुरु के इंजीनियर अतुल सुभाष का नाम पिछले दो दिनों से इंटरनेट पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है। एक संवेदनशील मुद्दे के रूप में, कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि महिला अधिकारों की जोर-शोर से वकालत करने वाले बुद्धिजीवी अतुल की आत्महत्या पर चुप क्यों हैं। आत्महत्या करने से पहले अतुल ने 1 घंटा 20 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया और 24 पेज का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपने आत्महत्या के कारणों का खुलासा किया। इस नोट और वीडियो में उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए और अपने जीवन को खत्म करने के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम भी बताए।

पुरुषों के लिए मानवाधिकार पर उठे सवाल
अतुल सुभाष के आत्महत्या के बाद से सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। इंटरनेट उपयोगकर्ता यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुरुषों के अधिकारों के लिए कोई आवाज नहीं उठेगी, क्या पुरुषों के लिए मानवाधिकार नहीं होते, और क्या महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानून पुरुषों के लिए मुसीबत नहीं बन गए हैं। अतुल सुभाष ने अपने वीडियो और सुसाइड नोट में बताया है कि उनकी पत्नी, उसके रिश्तेदारों, और कुछ अन्य लोगों ने उनके खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज करवाए थे, जिनसे वह मानसिक तनाव का शिकार हो गए थे।

सुसाइड नोट में किए गंभीर आरोप
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और जौनपुर की फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज करवाए गए थे, जिनमें दहेज एक्ट और महिला अत्याचार जैसे मामले शामिल थे। जौनपुर के फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जज ने अपने मामले के निपटारे के लिए उनसे 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।

एफआईआर दर्ज, पुलिस कार्रवाई में तेजी
बेंगलुरु पुलिस ने अतुल सुभाष के भाई विकास की शिकायत पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया का नाम शामिल किया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 108 और 3(5) के तहत कार्रवाई की है। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है और लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

सुसाइड से पहले किए गए थे कई काम
अतुल ने अपनी आत्महत्या से पहले एक चेकलिस्ट बनाई थी, जिसे उसने तीन हिस्सों में बांटा था: "Before last day", "Last day" और "Execute last moment"। इस चेकलिस्ट में उन्होंने सभी आवश्यक कामों को चिह्नित किया था, जैसे कि अपने फोन का फिंगरप्रिंट हटाना, सुसाइड नोट अपलोड करना, लैपटॉप और चार्जर को ऑफिस लौटाना, अपनी कार, बाइक और कमरे की चाबियां फ्रिज पर रखना, और बहुत कुछ। इन कामों के पूरा होने के बाद वह आगे जाकर 'काम पूरा हुआ' का निशान लगा देते थे।



आत्महत्या से पहले अपने भाई को कहा था अलविदा
सुभाष ने अपनी आत्महत्या से पहले अपने भाई को अलविदा कहा था और अपनी कार के गूगल मैप की लोकेशन भी भेजी थी, ताकि पुलिस को उसका पता मिल सके। इसके साथ ही, सुभाष ने अपने वकीलों और परिवार को संदेश भेजे थे, जिसमें उन्होंने जज के खिलाफ आरोप लगाए थे कि उसने रिश्वत ली थी। यह सभी संदेश उनकी चेकलिस्ट में शामिल थे, जो दिखाता है कि वह अपनी आत्महत्या से पहले पूरी तरह से सचेत थे और उन्होंने सभी कानूनी प्रक्रियाओं को खत्म करने की पूरी कोशिश की थी।

अतुल का सुसाइड नोट
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि उनका इस दुनिया से जाना इस कारण था क्योंकि वह और उनका परिवार लगातार परेशान हो रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि उनके जाने के बाद उनके परिवार को कोई परेशान नहीं करेगा। सुसाइड नोट में यह भी उल्लेख किया गया था कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी मौत के बाद उनके खिलाफ किसी भी प्रकार का मुकदमा नहीं चलेगा और उनके परिवार के लिए न्याय मिलेगा।

अतुल की पत्नी के बयान
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में यह भी बताया था कि एक बार उनकी पत्नी ने उनसे पूछा था कि वह आत्महत्या क्यों नहीं कर रहे हैं। इसके साथ ही, उनकी सास ने भी उन्हें इसी प्रकार का सवाल पूछा था। अतुल का कहना था कि उनकी सास ने उनसे यह भी कहा था कि उनके मरने के बाद वे और उनकी बेटी पैसे कहां से लाएंगे और उनके माता-पिता से पैसे लाकर उन्हें और उनकी पत्नी को न्याय दिलाने की कोशिश करेंगे।

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