महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार का रोड शो : अहमदाबाद और कोलकाता में आमंत्रण अभियान, सुरक्षा की आधुनिक व्यवस्था

UPT | महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार का रोड शो

Dec 09, 2024 21:46

उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने गुजरात और पश्चिम बंगाल की जनता को महाकुंभ 2025 में आमंत्रित करते हुए इस आयोजन की भव्यता और आध्यात्मिकता को साझा किया।

New Delhi : उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने गुजरात और पश्चिम बंगाल की जनता को महाकुंभ 2025 में आमंत्रित करते हुए इस आयोजन की भव्यता और आध्यात्मिकता को साझा किया। अहमदाबाद में आयोजित रोड शो का नेतृत्व ऊर्जा मंत्री अरविंद शर्मा और व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने किया। वहीं, कोलकाता में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना और गन्ना विकास राज्यमंत्री संजय गंगवार शामिल हुए।

भारत की एकता का प्रतीक
अहमदाबाद में ऊर्जा मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा, "महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है। यह 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' का जीवंत जयघोष है।" उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ-2025 में 45 करोड़ श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों के आने की संभावना है। इसे दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुंभ बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार व्यापक तैयारियां कर रही है।

कोलकाता में मिला समर्थन
कोलकाता में आयोजित रोड शो के दौरान डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा, "महाकुंभ भारतीय समाज की सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का उत्सव है। यह आयोजन विभेदों को पीछे छोड़कर भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परंपरा को प्रदर्शित करता है।" उन्होंने पश्चिम बंगाल की जनता से इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने की अपील की। गन्ना विकास राज्यमंत्री संजय गंगवार ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि तकनीकी और सांस्कृतिक दृष्टि से भी ऐतिहासिक बनने जा रहा है। यह आयोजन पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा होगा।

स्मार्ट और पर्यावरण-अनुकूल आयोजन की तैयारी
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि महाकुंभ-2025 को स्वच्छ, सुरक्षित और हरित आयोजन बनाने पर जोर दिया जा रहा है। प्रयागराज में 3 लाख पौधे लगाए गए हैं, और इसे सिंगल-यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। महाकुंभ को डिजिटल बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिसमें बहुभाषीय ऐप, क्यूआर-कोड आधारित पास, और गूगल मैप नेविगेशन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जो प्रतिदिन पांच लाख वाहनों की पार्किंग क्षमता प्रदान करेंगे। संगम क्षेत्र में मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर 15.25 किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट तैयार किया गया है। इसके अलावा, 44 घाटों का निर्माण किया गया है, जहां श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध होंगे।



स्वास्थ्य और सुरक्षा की आधुनिक व्यवस्था
महाकुंभ को "स्वस्थ महाकुंभ" बनाने के लिए मेला क्षेत्र में 100 बेड का अस्पताल, 20 बेड के दो अस्पताल, और आईसीयू की सुविधा स्थापित की गई है। 24 घंटे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक ट्रैकिंग तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिसमें आरएफआईडी रिस्टबैंड और मोबाइल जीपीएस ट्रैकिंग शामिल हैं।

गुजरात और बंगाल को दिया गया निमंत्रण
रोड शो में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्तियों, मीडिया प्रतिनिधियों, ट्रैवल ब्लॉगर और उद्योगपतियों ने भाग लिया। मंत्रियों ने गुजरात और पश्चिम बंगाल की जनता को इस महाआयोजन में शामिल होने का आह्वान किया। योगी सरकार के इन प्रयासों का उद्देश्य महाकुंभ-2025 को विश्वस्तरीय आयोजन बनाना है।

विश्व स्तर पर अद्वितीय होगा यह आयोजन
महाकुंभ-2025 न केवल भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव को उजागर करेगा, बल्कि इसकी भव्यता, स्वच्छता और तकनीकी नवाचार इसे एक वैश्विक आयोजन के रूप में स्थापित करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल "एक भारत-श्रेष्ठ भारत" की भावना को सशक्त करने का प्रयास है।

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