Jul 31, 2024 02:56
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उत्तर प्रदेश के गोंडा में रेल हादसे के बाद अब झारखंड में बड़ा रेल हादसा हो गया है। मंगलवार सुबह चार बजे ट्रेन की 18 बोगियां पटरी से उतर गई। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा घायल हो गए...
New Delhi : उत्तर प्रदेश के गोंडा में रेल हादसे के बाद अब झारखंड में बड़ा रेल हादसा हो गया है। मंगलवार सुबह चार बजे ट्रेन की 18 बोगियां पटरी से उतर गई। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा घायल हो गए। ज्यादातर लोग रेल में सफर करना पसंद करते हैं। रोज लाखों लोग ट्रेन से आते-जाते हैं। ऐसे में आए दिन हो रहे हादसे चिंता का विषय बन गए हैं। कोई भी इन हादसों की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। हादसे के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के अलावा कई नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
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खस्ता रेल व्यवस्था से देश में मौत का तांडव
कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि मोदी सरकार, रेल मंत्रालय और रेल मंत्री की गंभीरता को समझिए। जून-जुलाई में हुए रेल हादसों में 21 लोगों की जान चली गई और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए। खस्ता रेल व्यवस्था से देश में मौत का तांडव चल रहा है, लेकिन किसी की जवाबदेही तय नहीं हो रही। रेल मंत्री का जिम्मेदारी से दूर-दूर तक नाता नहीं है और मोदी तो अपनी दुनिया में मस्त हैं। जनता मरे तो मरे, इन्हें फर्क नहीं पड़ता।
'इन हादसों की जिम्मेदारी किसकी'
कांग्रेस ने केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर इन हादसों की जिम्मेदारी किसकी है। कांग्रेस ने मोदी सरकार में हुए बड़े रेल हादसों की लिस्ट भी जारी की है। लिस्ट में 26 मई 2014 से लेकर 30 जुलाई 2024 तक हुए बड़े रेल हादसों का जिक्र किया है।
रेल हादसों में 21 लोगों की मौत
(सिर्फ जून और जुलाई में) pic.twitter.com/5xarjpUMRV
— Congress (@INCIndia) July 30, 2024
मोदी सरकार में हुए बड़े रेल हादसे
1. 26 मई, 2014
गोरखधाम एक्सप्रेस
25 लोगों की मौत
50 से ज्यादा घायल
2. 20 मार्च, 2015
जनता एक्सप्रेस
58 लोगों की मौत
150 से ज्यादा घायल
3. 20 नवंबर, 2016
इंदौर-पटना एक्सप्रेस
150 लोगों की मौत
150 से ज्यादा घायल
4. 21 जनवरी, 2017
हीराखंड एक्सप्रेस
41 लोगों की मौत
68 से ज्यादा घायल
5. 18 अगस्त, 2017
पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस
23 लोगों की मौत, 60 घायल
6. 23 अगस्त, 2017
कैफियत एक्सप्रेस
70 लोग घायल
7. 10 अक्टूबर, 2018
न्यू फरक्का एक्सप्रेस
7 लोगों की मौत
60 से ज्यादा घायल
8. 3 फरवरी, 2019
सीमांचल एक्सप्रेस
7 लोगों की मौत, 37 घायल
9. 13 जनवरी, 2022
बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस
9 लोगों की मौत, 36 घायल
10. 2 जून, 2023
बालासोर रेल हादसा
296 लोगों की मौत
900 से ज्यादा घायल
11. 11 अक्टूबर, 2023
नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस
4 लोगों की मौत
100 से ज्यादा घायल
12. 17 जून, 2024
कंचनजंगा एक्सप्रेस
15 लोगों की मौत
60 से ज्यादा घायल
13. 18 जुलाई, 2024
डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस
4 लोगों की मौत, कई घायल
14. 30 जुलाई, 2024
हावड़ा-मुंबई मेल
2 लोगों की मौत, कई घायल
जिम्मेदारी किसकी?
पहले पेपर लीक अब रेल हादसे..
सपा मुखिया ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, ये सरकार रेल हादसों पर रिकॉर्ड बनाना चाहती है। सरकार ने पहले पेपर लीक में रिकॉर्ड बनाया और अब रेल हादसे। सरकार सिर्फ बड़े दावा करती है। लोगों की जान जा रही है। ऐसे हादसे भविष्य में न हों सरकार कुछ करे इसके ऊपर। वहीं कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने इस हादसे को लेकर कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।
#WATCH | On railway accident in Jharkhand and landslide in Kerala, Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav says, "It seems that the government wants to make a record in every field. A record is also going to be made of the number of paper leaks. Despite the govt's claims of safety and… pic.twitter.com/MrDjXkf1ew
— ANI (@ANI) July 30, 2024
'आप' ने भी साधा निशाना
झारखंड में हुए ट्रेन हादसे पर आम आदमी पार्टी ने भी रेल मंत्री और मोदी सरकार पर निशाना साधा है। 'आप' ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर पोस्ट करते किया कि 'पिछले कुछ दिनों से लगातार रेल हादसे हो रहे हैं। झारखंड में हुए इस हादसे में भी कई लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हैं। लेकिन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को रील बनाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जुमलेबाजी से फुर्सत नहीं है। मोदी सरकार में रेलवे का पूरा सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। आम लोग रेल यात्रा करने से घबरा रहे हैं, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है।'
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