यूपी के इस रणनीतिकार ने धुरंधरों को चौंकाया : भाजपा ने हरियाणा चुनाव में दी जिम्मेदारी, तीसरी बार पार्टी को सत्ता में लाने में अहम रोल

UPT | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर।

Oct 08, 2024 20:35

सुरेंद्र नागर की गिनती गुर्जर बिरादरी के शीर्ष नेताओं में होती है। वह बुलंदशहर के रहने वाले हैं और गौतमबुद्ध नगर के पूर्व लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।

Short Highlights
  • भाजपा ने दो सह प्रभारी बनाए थे सुरेंद्र नागर और विप्लव देव जबकि धर्मेंद्र प्रधान प्रभारी थे 
  • बुलंदशहर के रहने वाले हैं बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर
  • सुरेंद्र नागर की गिनती गुर्जर बिरादरी के शीर्ष नेताओं में होती है
New Delhi News : हरियाणा में भाजपा ने जीत की हैट्रिक लगाई है। करीब पांच दशक बाद यहां कोई पार्टी ने जीत की हैट्रिक लगाई है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की यह जीत सटीक सटीक रणनीति का नतीजा है। 10 साल की सरकार की एंटी इंकम्बेंसी और किसान, जवान तथा पहलवान से जुड़े तमाम मुद्दों को साधते हुए भाजपा ने ये बड़ी जीत दर्ज की है। इसके पीछे बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व और प्रदेश के नेताओं के अलावा चार ऐसे प्रमुख नाम भी शामिल हैं, जिन्होंने पर्दे के पीछे से इस जीत की स्क्रिप्ट लिखी है। इसमें एक नाम है बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर का। 

बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर को इसी साल हरियाणा का सह-प्रभारी बनाया गया था और वो पार्टी आलाकमान की उम्मीदों पर खरे उतरे। प्रभारी विप्लव देव के साथ मिलकर उन्होंने यहां भाजपा की जीत की कहानी लिखी। नागर का गुर्जर बिरादरी में बड़ा कद है, जिसका फायदा भी बीजेपी को मिला। सुरेंद्र नागर की गिनती गुर्जर बिरादरी के शीर्ष नेताओं में होती है। वह बुलंदशहर के रहने वाले हैं और गौतमबुद्ध नगर के पूर्व लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।

एग्जिट पोल को गलत साबित किया
हरियाणा के चुनाव परिणाम ने तमाम राजनीतिक विश्लेषकों और एग्जिट पोल को गलत साबित कर दिया है। भाजपा नेता और समर्थकों के अलावा कोई नहीं कह रहा था कि इस बार यहां भाजपा यहां से जीत पाएगी, लेकिन सात महीने पहले मुख्यमंत्री खट्टर को पद से हटाने से लेकर चुनाव के लिए एक-एक उम्मीदवार चुनने और मुद्दों पर काम करने तक, सधे कदमों के साथ भाजपा ने आज फिर से जीत का स्वाद चखा। 

भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने दो सह प्रभारी बनाए थे सुरेंद्र नागर और विप्लव देव। जबकि प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान बनाए गए थे। इन लोगों ने दलितों को अपने पाले में लाने के लिए विशेष रूप से काम किया। कुमारी सैलजा की नाराजगी को भाजपा ने अपने पक्ष में भुनाया। सीएम पद से खट्टर को हटाने का फैसला भी सही रहा। साथ ही खट्टर के चेहरे को प्रचार से दूर रखा गया, ताकि लोगों में उन्हें लेकर नाराजगी न हो। भाजपा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल की ज्यादतियों और भ्रष्टाचार की लोगों को याद दिलाई। हरियाणा के सह प्रभारी सुरेंद्र नागर ने कहा कि प्रदेश के लोगों को विश्वास दिलाया गया कि भ्रष्टाचार मुक्त और विकासोन्मुखी सरकार केवल बीजेपी ही दे सकती है। साथ ही बीजेपी ने हरियाणा में किसान और जवान के मुद्दे पर काम किया. किसानों को 24 फसलों पर MSP दी। वहीं अग्निवीरों को पेंशन वाली नौकरी का भी वादा किया. साथ ही 'बिना खर्ची-पर्ची' का नारा भी युवाओं को भाया।

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