महाकुंभ में होटल बुकिंग से सावधान : फर्जी वेबसाइट से श्रद्धालुओं के साथ हो रही ठगी, कान्हा श्याम के महाप्रबंधक ने दर्ज कराया केस

UPT | Hotel Booking Fraud

Dec 26, 2024 17:47

महाकुंभ के दौरान शहर के प्रसिद्ध होटलों में बुकिंग के नाम पर पर्यटकों को ठगने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में होटल कान्हा श्याम के नाम से चल रही एक फर्जी वेबसाइट के बारे में साइबर पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिली है...

Prayagraj News : महाकुंभ के दौरान शहर के प्रसिद्ध होटलों में बुकिंग के नाम पर पर्यटकों को ठगने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में होटल कान्हा श्याम के नाम से चल रही एक फर्जी वेबसाइट के बारे में साइबर पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। जांच के दौरान यह सामने आया कि यह वेबसाइट हरियाणा से संचालित हो रही थी। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस फर्जी वेबसाइट के संचालक को गिरफ्तार किया जा सकेगा।

कान्हा श्याम के नाम पर हो रही फर्जी बुकिंग
दरअसल, 16 दिसंबर को होटल कान्हा श्याम के महाप्रबंधक रुपेश कुमार सिंह ने सिविल लाइंस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि उनके होटल के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई गई है, जिसका पता kanhashyam.hotelallahabad.com था। साइबर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और डोमेन कंपनी से जानकारी मांगी कि यह वेबसाइट किस शहर से होस्ट की जा रही है। इसके बाद पुलिस ने वेबसाइट के होस्टिंग से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग जुटाए।



हरियाणा से चल रही फर्जी वेबसाइट
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि यह फर्जी वेबसाइट हरियाणा के एक शहर से होस्ट की जा रही थी, हालांकि अभी तक आरोपी का नाम और शहर का खुलासा नहीं किया गया है, क्योंकि ठग अभी फरार हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी हो सकती है। हैरानी की बात यह है कि यह वेबसाइट अभी भी इंटरनेट पर आसानी से खुल रही है और इसमें होटल से संबंधित कई जानकारियां भी उपलब्ध हैं, जिससे महाकुंभ में होटल बुकिंग के दौरान लोग इसका शिकार हो सकते हैं।

साइबर पुलिस ने की कार्रवाई
साइबर पुलिस ने अब तक फर्जी वेबसाइटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और नवंबर महीने में महाकुंभ में टेंट बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली 54 वेबसाइटों को बंद किया गया है। इन वेबसाइटों के खिलाफ पुलिस ने कई केस दर्ज किए थे और साइबर पुलिस का दावा है कि अब इन फर्जी वेबसाइटों से चल रहे ठगी के खेल को नियंत्रित कर लिया गया है। ऐसे मामलों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है ताकि वे धोखाधड़ी का शिकार न हों।

फर्जी वेबाइट से ऐसे बचें
  • यूआरएल की जांच करें : हमेशा वेबसाइट के यूआरएल को ध्यान से जांचें। यह सुनिश्चित करें कि यूआरएल "https://" से शुरू हो और उसमें लॉक आइकन दिखाई दे, जो वेबसाइट की सुरक्षा का संकेत देता है।
  • प्रमाणित एजेंसियों से बुकिंग करें : बुकिंग करते समय केवल सरकारी या प्रमाणित एजेंसियों की वेबसाइट का ही चयन करें। यह आपको धोखाधड़ी से बचाएगा और सुनिश्चित करेगा कि आपका लेन-देन सुरक्षित है।
  • एपीके फाइल डाउनलोड न करें : वेबसाइट या व्हाट्सएप से प्राप्त एपीके फाइलों को डाउनलोड करने से बचें, क्योंकि इनमें वायरस या मालवेयर हो सकते हैं जो आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • सतर्क रहें : फर्जी वेबसाइटों से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें और केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।

ये भी पढ़ें- यूपी के संभल का समृद्ध इतिहास : आज भी गूंजती है पृथ्वीराज चौहान और आल्हा उदल सरीखे शूरवीरों की गाथा...

Also Read