महाकुम्भ 2025 : श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 56 साइबर योद्धा रहेंगे तैनात, AI से लेकर सोशल मीडिया तक का होगा इस्तेमाल

UPT | Mahakumbh 2025

Dec 26, 2024 19:04

महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। इस साल महाकुम्भ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महाकुम्भनगर में 56 साइबर योद्धा तैनात किए गए हैं...

Prayagraj News : महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। इस साल महाकुम्भ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महाकुम्भनगर में 56 साइबर योद्धा तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर डिजिटल महाकुम्भ की पूरी निगरानी एसएसपी महाकुम्भनगर द्वारा की जा रही है। इस पहल के तहत साइबर सुरक्षा को लेकर साइबर ठगों के खिलाफ एक सख्त कार्ययोजना तैयार की गई है।

सभी थानों में बनाए जाएंगे विशेष साइबर हेल्प डेस्क
मुख्यमंत्री के निर्देश पर महाकुम्भनगर के सभी थानों में विशेष साइबर हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। इन डेस्कों पर साइबर पेट्रोलिंग के लिए विशेषज्ञ तैनात किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं की मदद करेंगे। इस दौरान प्रयागराज और मेला क्षेत्र में साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए वीएमडी (वेरिएबल मैसेज डिस्प्ले) पर फिल्में और सोशल मीडिया का सक्रिय रूप से इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), एक्स, फेसबुक और गूगल जैसे प्लेटफॉर्म्स का पूरी तरह से उपयोग किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को साइबर ठगी से बचाया जा सके।



श्रद्धालुओं के लिए लगेंगे 40 वीएमडी 
महाकुम्भनगर में तकरीबन 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए योगी सरकार ने प्रिंट, डिजिटल और सोशल मीडिया हर प्लेटफार्म का प्रयोग करने का फैसला किया है। इसी योजना के तहत पूरे मेला क्षेत्र और कमिश्नरेट में जगह-जगह वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले (वीएमडी) लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इस योजना के तहत 40 वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले मेला क्षेत्र और 40 कमिश्नरेट में लगाए जा रहे हैं, जिन पर साइबर सिक्योरिटी को लेकर श्रद्धालु जनों को जागरूक किया जाएगा, ताजी वो साइबर ठगों से सावधान रहें।

फर्जी वेबसाइटों की सूचना पर तुरंत होगा एक्शन 
पहली बार दिव्य और भव्य के साथ-साथ डिजिटल महाकुम्भ की योजना तैयार की गई है। जिसके तहत पहली बार बेहद हाईटेक इंतजाम किए जा रहे हैं। यहां देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को जागरूक करने के अलावा उन्हें एआई, डार्क वेबसाइट और सोशल मीडिया स्कैमर्स से बचाने के लिए महाकुम्भ साइबर थाना बनाया गया है। इसका उद्देश्य महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा का इंतजाम पुख्ता करना है। साइबर ठगों के फर्जी लिंक के हथियार महाकुम्भ में पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिए जाएंगे। यहां काम करने वाली प्रदेश के चुनिंदा एक्सपर्ट की टीम ने फिलहाल लगभग 50 वेबसाइटों को अपने रडार पर लेकर उनके खिलाफ कार्यवाही भी शुरू कर दी है।

मोबाइल साइबर टीम सक्रिय
इसके अलावा ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मोबाइल साइबर टीम भी सक्रिय कर दी गई है, जो श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरूक करने का काम भी कर रही है। महाकुम्भ मेले से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। इसके साथ-साथ सरकारी वेबसाइट (जिनमें gov.in लगा हो) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा फर्जी वेबसाइटों की सूचना भी यहां थाने में दी जा सकती है, जिस पर साइबर थाना तुरंत कार्यवाही करेगा। इसके साथ साथ ठगों का ऐसा गिरोह जो एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों से पैसे मांगते हैं, उन पर भी साइबर एक्सपर्ट नजर रख रहे हैं। शिकायत मिलते ही उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। इनके अलावा फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए धोखाधड़ी करने वालों पर भी सख्ती की जाएगी। एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी के अनुसार, सभी 56 थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित किए जा रहे हैं। साइबर ठगों से सावधान रखने को पूरे मेला क्षेत्र में वीएमडी पर फिल्म चलकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

Also Read