महाकुंभ 2025 : मेला क्षेत्र में अग्निशामक सुरक्षा का व्यापक इंतजाम, एडवांस्ड फीचर्स युक्त 4 आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर्स होंगे तैनात

UPT | महाकुंभ 2025

Dec 26, 2024 13:27

आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) एक अत्याधुनिक अग्निशमन वाहन है, जो विशेष रूप से ऊंचाई पर स्थित स्थानों पर आग बुझाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। महाकुंभ के दौरान इन वाहनों को टेंट सिटी और बड़े टेंट सेटअप के आसपास तैनात किया जाएगा।

Prayagraj News : उत्तर प्रदेश में महाकुंभ 2025 के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस मेले को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए विभिन्न विभागों की ओर से कई नए और अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। खासकर उत्तर प्रदेश अग्निशमन और आपात सेवा विभाग ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए एडवांस्ड फीचर्स से लैस 4 आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) तैनात करने का फैसला किया है। इन टावरों का मुख्य उद्देश्य मेला क्षेत्र में आग की घटनाओं को नियंत्रित करना और दमकलकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

आधुनिक उपकरणों से लैस एडब्ल्यूटी
आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) एक अत्याधुनिक अग्निशमन वाहन है, जो विशेष रूप से ऊंचाई पर स्थित स्थानों पर आग बुझाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। महाकुंभ के दौरान इन वाहनों को टेंट सिटी और बड़े टेंट सेटअप के आसपास तैनात किया जाएगा। इन टावरों में वीडियो और थर्मल इमेजिंग कैमरे जैसी तकनीकी विशेषताएं हैं, जिससे मेला क्षेत्र में किसी भी अग्नि घटना का तुरंत पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा इन उपकरणों का उपयोग सिर्फ अग्निशमन ही नहीं, बल्कि दमकलकर्मियों की सुरक्षा के लिए भी किया जाएगा, क्योंकि ये जोखिमपूर्ण फायर ऑपरेशंस के दौरान अग्निशमन कर्मियों की रक्षा करने में सक्षम होंगे।



अग्निशमन अधिकारी का बयान
प्रमुख अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि इन टावरों में चार बूम होते हैं, जो 35 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं और 30 मीटर तक क्षैतिज दूरी तक पानी की छिड़काव कर सकते हैं। साथ ही यह वीडियो और थर्मल इमेजिंग सिस्टम से लैस होने के कारण इनकी कार्यक्षमता और भी अधिक बढ़ जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य ना केवल आग बुझाना है, बल्कि रेस्क्यू ऑपरेशंस को भी प्रभावी रूप से अंजाम देना है, ताकि किसी भी व्यक्ति के जीवन को खतरे से बचाया जा सके।

महाकुंभ के लिए 131.48 करोड़ रुपये का बजट
महाकुंभ 2025 को अग्नि दुर्घटनाओं से सुरक्षित रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 131.48 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इसमें से 66.75 करोड़ रुपये का बजट महाकुंभ के लिए अग्निशमन उपकरणों की खरीद और तैनाती के लिए आवंटित किया गया है, जबकि 64.73 करोड़ रुपये का विभागीय बजट है। इस राशि से मेला क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा के लिए कुल 351 से अधिक अग्निशमन वाहन, 2000 से अधिक प्रशिक्षित कर्मी, 50 से अधिक अग्निशमन केंद्र और 20 फायर पोस्ट बनाए जाएंगे।महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर अखाड़े के टेंट्स को भी अग्निशमन उपकरणों से लैस किया जाएगा। इन उपकरणों के माध्यम से किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने का प्रयास किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें : Mahakumbh 2025 : बीमार होने के बाद भी इंद्र गिरि महाराज पहुंचे महाकुंभ, ऑक्सीजन सिलेंडर पर हैं निर्भर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 को एक ऐतिहासिक और सुरक्षित आयोजन बनाने की दिशा में कड़ी मेहनत की जा रही है। मुख्यमंत्री के विजन के तहत, इस बार महाकुंभ में अग्नि सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य है कि इस महाकुंभ में किसी भी प्रकार की अग्नि दुर्घटनाओं को पूरी तरह से नियंत्रित किया जाए और श्रद्धालुओं को सुरक्षित रूप से धार्मिक अनुष्ठान करने का अवसर मिले।

Also Read