हरित महाकुम्भ 2025 : श्रद्धालुओं को दिया जाएगा बड़े हनुमान मंदिर का महाप्रसाद और सप्त ऋषि वन के पौधे

UPT | सप्त ऋषि वन के पौधे

Dec 09, 2024 19:19

इस बार महाकुम्भ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष महाप्रसाद मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने एक विशेष मुहिम शुरू की है, जिसके तहत महाकुम्भ में आने वाले भक्तों को लेटे हुए हनुमान मंदिर (बड़े हनुमान मंदिर) का महाप्रसाद भेंट किया जाएगा।

Prayagraj News : इस बार महाकुम्भ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष महाप्रसाद मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने एक विशेष मुहिम शुरू की है, जिसके तहत महाकुम्भ में आने वाले भक्तों को लेटे हुए हनुमान मंदिर (बड़े हनुमान मंदिर) का महाप्रसाद भेंट किया जाएगा। इसके अलावा, बाघंबरी गद्दी और वन विभाग द्वारा देश के सभी शंकराचार्यों को महाकुम्भनगर से चंदन और रुद्राक्ष के पौधे निशानी के तौर पर भेंट किए जाएंगे।

चौराहों और राजमार्गों पर कई हजार पौधे
महा कुम्भ को इस बार और भी दिव्य, नव्य और भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यहां के प्रमुख चौराहों और राजमार्गों को प्राकृतिक रूप से सजाने का काम चल रहा है। डीएफओ प्रयागराज, अरविंद कुमार यादव के अनुसार इस बार कुल 149,620 पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जिनमें से 137,964 पौधे पहले ही लगाए जा चुके हैं। पर्यावरणविद् मानस चिरविजय सांकृत्त्यायन के अनुसार, महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को लेटे हुए हनुमान मंदिर से महाप्रसाद के रूप में सप्त ऋषि वन के पौधे भेंट किए जाएंगे।


महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को मिलेगा विशेष प्रसाद
सीएम के निर्देश पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने एक विशेष मुहिम शुरू की है, जिसमें बाघंबरी गद्दी और वन विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। इस बार, लेटे हुए हनुमान मंदिर और संगम तट के महंत, श्रीमठ बाघंबरी पीठाधीश्वर पूज्य बलवीर गिरी जी महराज ने देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में विशेष तोहफा देने की योजना बनाई है। मंदिर के पौराणिक महत्व और श्रद्धालुओं के विशेष लगाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। यह निर्णय श्रद्धालुओं के उत्साह और आस्था को देखते हुए लिया गया है।

महाकुम्भ बनेगा भव्यता का उदाहरण
प्रयागराज के वन विभाग के आईटी हेड, आलोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि महाकुम्भ को दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में अविस्मरणीय बनाया जाए। इसके लिए उन्होंने विशेष निर्देश जारी किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की दिव्य और भव्य व्यवस्था की जा सके। मुख्यमंत्री का मानना है कि इस बार का महाकुम्भ श्रद्धालुओं के लिए एक उदाहरण बनेगा, जो आने वाले समय में पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श बनेगा। 

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