भव्य होगा महाकुंभ का आयोजन : बाढ़ का पानी कम होने से तैयारियों में आई तेजी, बनेंगे 30 अस्थायी गेट

UPT | भव्य होगा महाकुंभ का आयोजन

Oct 12, 2024 18:55

प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां हो रही हैं। कुंभ क्षेत्र में नदियों की बाढ़ के कारण मेला प्रशासन का ध्यान अभी तक स्थायी तैयारियों पर केंद्रित था

Short Highlights
  • भव्य होगा महाकुंभ का आयोजन
  • 30 अस्थायी गेट का होगा निर्माण
  • मिशन मोड में हो रहा काम
Prayagraj News : प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां हो रही हैं। कुंभ क्षेत्र में नदियों की बाढ़ के कारण मेला प्रशासन का ध्यान अभी तक स्थायी तैयारियों पर केंद्रित था, लेकिन जैसे-जैसे नदियों का बाढ़ का पानी तेजी से घट रहा है, अब कुंभ क्षेत्र में अस्थायी कार्यों ने भी रफ्तार पकड़ ली है। इन अस्थायी कार्यों में कुंभ क्षेत्र का सौंदर्यीकरण भी शामिल है। इसी क्रम में मेला क्षेत्र में थिमेटिक गेट्स का निर्माण किया जा रहा है।

मिशन मोड में हो रहा काम
महाकुंभ में सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ-साथ महाकुंभ की सुंदरता को लेकर भी मिशन मोड में काम हो रहा है। महाकुंभ से पहले प्रयागराज को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान जब श्रद्धालु संगम नगरी पहुंचें, तो यहां की आभा देखकर न सिर्फ दंग रह जाएं, बल्कि पूरी तरह धार्मिक आस्था के रंग में सराबोर हो जाएं। शहरी इलाके में सौंदर्यीकरण की योजना पर कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन अब कुंभ क्षेत्र में भी सौंदर्यीकरण की योजना पर कार्य प्रारंभ हो गया है।



30 अस्थायी गेट का होगा निर्माण
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि कुंभ क्षेत्र में सौंदर्यीकरण की योजना के अंतर्गत 30 अस्थायी थिमेटिक गेट्स का निर्माण किया जाएगा। बाढ़ की वजह से यह कार्य रुका हुआ था, लेकिन अब बाढ़ का पानी कम होते ही अस्थायी थिमेटिक गेट्स की स्थापना के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) आमंत्रित किए गए हैं। अभी तक 10 फर्मों से अभिरुचि के तहत 600 गेटों की डिज़ाइन प्राप्त हुई हैं। इन 600 डिज़ाइन में से चयनित डिज़ाइनों के अनुसार वित्तीय निविदा प्रक्रिया चल रही है। सभी गेट्स के निर्माण के लिए कुंभ की पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों का चयन किया गया है। पौराणिक मूर्ति विज्ञान को आधार मानकर इन गेट्स का निर्माण किया जाएगा।

चारों दिशाओं में होगा निर्माण
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी का कहना है कि कुंभ क्षेत्र में चारों दिशाओं में इनका निर्माण होगा, लेकिन मेला क्षेत्र के जिन सेक्टर्स में पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आवागमन अधिक रहता है, उनमें इन गेट्स के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी। इन गेट्स के आसपास ही मेला क्षेत्र के प्रमुख सेक्टर्स के साइनजेज भी लगाए जाएंगे। गेट्स के निर्माण में यह ध्यान रखा जाएगा कि रात के समय इन गेट्स में ऐसी प्रकाश व्यवस्था की जाए, जिससे ये दूर से ही अपनी भव्यता के साथ यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित करें।

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