मां गंगा-यमुना ने हनुमान जी को दोबारा कराया स्नान : बुद्धिजीवियों ने जताई चिंता, महाकुंभ की तैयारियों में हो सकती है देरी

UPT | मंदिर में पूजा करते मंहत बलवीर गिरी जी

Sep 14, 2024 14:25

संगम पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर के परिसर में जैसे ही गंगा और यमुना का पानी प्रवेश करने लगा, घंटियों और शंखों से उनका स्वागत किया गया...

Short Highlights
  • मां गंगा-यमुना ने हनुमान जी को दोबारा कराया स्नान
  • महंत बलवीर गिरी ने इसे बताया शुभ संकेत
  • बुद्धिजीवियों ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर जताई चिंता
Prayagraj News : प्रयागराज में हाल ही में मां गंगा और यमुना ने संगम नगरी के शहर कोतवाल को एक बार फिर से स्नान करवा दिया। संगम पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर के परिसर में जैसे ही गंगा और यमुना का पानी प्रवेश करने लगा, घंटियों और शंखों से उनका स्वागत किया गया। इसके बाद, मंदिर के महंत बलवीर गिरी और 21 बटुक आचार्यों ने विधि-विधान से आरती की। इस पवित्र अवसर को देखकर श्रद्धालुओं की भीड़ भावुक हो उठी। पूजा के बाद, बजरंग बली की आरती के साथ ही मंदिर के कपाट गंगा और यमुना के जलस्तर के कम होने तक बंद कर दिए गए।

महाकुंभ के लिए शुभ संकेत
दरअसल, कल सुबह से ही गंगा और यमुना के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो रही थी, जिसके चलते कम समय में कई फीट पानी ऊपर आ गया। इस बढ़ते जलस्तर के कारण, गंगा और यमुना का पानी बंधवा स्थित हनुमान मंदिर में प्रवेश कर गया। महंत बलवीर गिरी के अनुसार, हनुमान जी का दोबारा स्नान प्रयागराज और स्थानीय निवासियों के लिए एक शुभ संकेत है, साथ ही 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए भी इसे अच्छे संकेत के रूप में देखा जा रहा है।



बुद्धिजीवियों ने जताई चिंता
हालांकि, बुद्धिजीवी वर्ग ने चेतावनी दी है कि बढ़ते जलस्तर के कारण महाकुंभ के कार्यों में देरी हो सकती है। उनका कहना है कि जलस्तर के पहले कम होने के बाद किए गए कार्यों को अब दोबारा करना पड़ेगा और गीली मिट्टी पर काम करना संभव नहीं है। इसलिए, प्रशासन को संगम की रेती के सूखने का इंतजार करना पड़ेगा, जिससे समय पर सभी कार्य पूरे किए जा सकें।

बारिश से बढ़ा जलस्तर
गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश का प्रभाव अब प्रयागराज पर भी नजर आ रहा है, जहां गंगा और यमुना का जलस्तर पिछले 12 घंटों में 2 मीटर से अधिक बढ़ गया है। बारिश का पानी यमुना और गंगा के माध्यम से प्रयागराज में आ पहुंचा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यमुना की सहायक नदियों केन और बेतवा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने की संभावना है, जिसका असर प्रयागराज में भी देखने को मिलेगा।

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