थाना एटीएस लखनऊ में साल 2019 में सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें सभी आरोपियों पर देशभर में हो रही नक्सली वारदातों में शामिल होने का आरोप था। जांच के दौरान दो अभियुक्तों मनीष श्रीवास्तव और अमिता श्रीवास्तव को उसी समय गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।