Varanasi News : लिथुआनिया के नागरिक हेनरिक्स ने अपनाया सनातन धर्म, नाम रखा गया केशव

UPT | सनातन धर्म ग्रहण करने का प्रमाण पत्र देते जितेंद्रानन्द सरस्वती

Oct 17, 2024 23:27

काशी के ब्रह्म निवास मठ में लिथुआनिया के नागरिक हेनरिक्स ने ईसाई धर्म को छोड़ कर गुरुवार को सनातन धर्म अपनाया है।

Varanasi News : काशी के ब्रह्म निवास मठ में गुरुवार को एक विशेष दीक्षा समारोह के दौरान लिथुआनिया के नागरिक हेनरिक्स ने ईसाई धर्म छोड़कर सनातन धर्म को अपनाया। यह धार्मिक परिवर्तन हेनरिक्स के जीवन में उस समय आया, जब वे लिथुआनिया में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना के बाद उन्हें स्वप्न में भगवान श्री कृष्ण के दर्शन हुए, जिससे वे गहराई से प्रभावित हुए। इस दिव्य अनुभव के बाद, उन्होंने भगवद गीता पढ़नी शुरू की और सनातन धर्म के प्रति आकर्षित होकर अध्यात्म के मार्ग पर चलने की इच्छा जताई।

चाह में हेनरिक्स वाराणसी आए
अपनी आध्यात्मिक यात्रा को और गहन बनाने की चाह में हेनरिक्स वाराणसी आए, जो सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है। यहां उन्होंने अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती और काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर राम नारायण द्विवेदी के मार्गदर्शन में सनातन धर्म में दीक्षा ली। इस समारोह में हेनरिक्स का नाम बदलकर "केशव" रखा गया और उनका गोत्र कश्यप घोषित किया गया, जो सनातन परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 



कई वरिष्ठ नेता भी उपस्थित
दीक्षा कार्यक्रम के दौरान प्रमुख हिंदू संगठनों के कई वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। इनमें विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, सुरेश दीक्षित, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष बाल दत्त पांडे, आयुषी सरकार और चुमकी सरकार प्रमुख रूप से शामिल थे। इस अवसर पर अनूप शर्मा और कमलेश महाराज जैसे आचार्य भी मौजूद थे, जिन्होंने धार्मिक अनुष्ठानों का संचालन किया। केशव (हेनरिक्स) ने सनातन धर्म की ओर अपनी वापसी के बाद इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण के दर्शन और गीता के संदेश ने उन्हें गहरे स्तर पर प्रभावित किया और उन्होंने आत्मिक शांति के लिए इस धर्म को अपनाने का निर्णय लिया। 

शिक्षाओं के प्रति लोगों की बढ़ती रुचि
सनातन धर्म में दीक्षा लेने का यह विशेष समारोह वाराणसी के धार्मिक वातावरण में और भी महत्वपूर्ण हो गया, जहां हजारों लोग रोजाना अपने जीवन में आध्यात्मिकता की खोज में आते हैं। केशव के इस निर्णय ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से प्रेरित किया है, बल्कि विश्वभर में सनातन धर्म और उसकी शिक्षाओं के प्रति लोगों की बढ़ती रुचि का भी संकेत दिया है। इस कार्यक्रम के बाद, केशव को सनातन धर्म के विभिन्न रीति-रिवाजों और परंपराओं से परिचित कराया गया। इस दीक्षा समारोह ने उन्हें एक नई आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत करने का अवसर प्रदान किया। 

Also Read