काशी विश्वनाथ मंदिर : सावन में विशेष व्यवस्था, काशीवासियों के लिए अलग द्वार

UPT | Kashi Vishwanath Temple

Jul 13, 2024 08:44

भीड़ प्रबंधन के लिए ललिता घाट पर जिगजैग व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा कैमरे, पेयजल, शौचालय और चिकित्सा सुविधाओं का विशेष प्रबंध किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा...

Short Highlights
  • स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए नवीन प्रवेश द्वार की व्यवस्था प्रारंभ की गई है
  • इस नए द्वार का सफल परीक्षण कर लिया गया है
  • आगामी सावन माह को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं
Varanasi News : काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए एक नवीन प्रवेश द्वार की व्यवस्था प्रारंभ की है। शुक्रवार को इस नए द्वार का सफल परीक्षण किया गया। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि इस सुविधा के बारे में जल्द ही काशीवासियों को विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

प्रवेश का समय
नई व्यवस्था के तहत, स्थानीय भक्त गेट नंबर 4 के पास स्थित नंदूफारिया मार्ग से प्रातः 4:00 से 5:00 बजे तक और सायं 4:00 से 5:00 बजे तक मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। दर्शनार्थियों को अपना कोई मान्य पहचान पत्र दिखाना होगा। यह सुविधा प्रारंभ में नियमित दर्शनार्थियों के लिए शुरू की जा रही है, बाद में इसे सभी काशीवासियों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

सावन में विशेष तैयारी
आगामी सावन माह को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए ललिता घाट पर जिगजैग व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा कैमरे, पेयजल, शौचालय और चिकित्सा सुविधाओं का विशेष प्रबंध किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शंकराचार्य चौक और ललिता घाट पर जर्मन हैंगर भी लगाए जाएंगे।

बैठक में लिया गया निर्णय
मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया। वर्तमान में मंदिर परिसर में गंगा द्वार, ढुंढिराज, गेट नंबर चार और सरस्वती फाटक द्वार से प्रवेश दिया जाता है। नए प्रवेश द्वार से स्थानीय श्रद्धालुओं को सुगमता से बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने में सहायता मिलेगी।

भक्तों को मिलेगी सुविधा
22 जुलाई से आरंभ हो रहे पवित्र सावन माह में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। मंदिर प्रशासन ने इस अवसर पर भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन व्यवस्थाओं से शिव भक्तों को सुगम दर्शन की सुविधा मिलेगी और सावन माह का आनंद लेने में मदद मिलेगी।

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