बाबा विश्वनाथ की नगरी में बाढ़ का खतरा : तेजी से बढ़ा गंगा का जलस्तर, नावों पर रोक

UPT | गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण अस्सी घाट डूबा

Sep 14, 2024 15:13

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुई मूसलधार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि देखी जा रही है। शनिवार की सुबह जलस्तर 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था...

Short Highlights
  • वाराणसी में तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
  • जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
  • नावों के संचालन पर रोक
Varanasi News : वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे गंगा ने एक बार फिर उफान भर लिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुई मूसलधार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि देखी जा रही है। शनिवार की सुबह जलस्तर 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था और केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, यह 68.34 मीटर तक पहुंच गया है, जो चेतावनी बिंदु से केवल दो मीटर नीचे है। बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। 

नावों के संचालन पर रोक
जल पुलिस प्रभारी मिथिलेश यादव ने बताया कि गंगा का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि सभी नावों पर रोक लगा दी गई है, चाहे वे छोटी हों या बड़ी। जलस्तर की इस तीव्र वृद्धि के कारण नदी में बहाव भी काफी तेज हो गया है, जिससे नाविकों और घाटों पर काम करने वाले लोगों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। प्रशासन और जल पुलिस द्वारा गंगा के जलस्तर की निगरानी की जा रही है और लोगों को नदी में स्नान करने से बचने के लिए सलाह दी जा रही है।



गंगा के जलस्तर में वृद्धि
वाराणसी में गंगा के जलस्तर में हाल के दिनों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। पहले पानी बढ़ने की गति धीमी थी, लेकिन शुक्रवार से इसमें काफी तेजी आ गई है। इससे तटवर्ती क्षेत्रों में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और घाटों पर पानी अभी तक पूरी तरह से नहीं उतरा है। घाटों के किनारे स्थित कई मंदिर जलमग्न हो चुके हैं, जिससे स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

चेतावनी बिंदु तक पानी पहुंचने के आसार
गंगा के जलस्तर के चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और उच्च चेतावनी बिंदु 71.262 मीटर तक पहुंचने की आशंका है। अगर पानी की वृद्धि इसी रफ्तार से जारी रही तो पानी चेतावनी बिंदु तक पहुंचने के आसार हैं। इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ और जल पुलिस के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन जलस्तर की निगरानी कर रहा है।

दुकान और फूल बेचने वालों की बढ़ी मुश्किलें
इसके कारण गंगा के किनारे दुकान और माला फूल बेचने वाले लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। कई व्यवसायी अपने अस्थायी स्टॉल और दुकानें हटाने लगे हैं, क्योंकि गंगा का बढ़ता जलस्तर उनके कामकाज को प्रभावित कर रहा है। गंगा के किनारे रहने वाले लोग भी अपने सामान को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। पानी का स्तर अब अस्सी घाट की गलियों तक पहुंचने लगा है, जिससे स्थानीय निवासियों को अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

एक दिन में 9 फीट बढ़ा जलस्तर
स्थानीय बटुक महाराज और राहुल पांडे के अनुसार, गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और पिछले एक दिन में लगभग 9 फीट तक बढ़ चुका है। यह वृद्धि बाढ़ के समय में सबसे तेजी से देखी गई है, जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। घाटों पर रहने वाले लोग, जिनमें नाविक समाज और माला फूल बेचने वाले शामिल हैं, अब अपनी दुकानें हटाकर गलियों में लगाने लगे हैं। जलस्तर में और वृद्धि की संभावना के चलते इन समस्याओं के और बढ़ने की आशंका है।

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जल पुलिस और एनडीआरएफ ने दी सलाह
गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि के साथ ही एनडीआरएफ और जल पुलिस ने घाटों पर निगरानी तेज कर दी है। वे आने वाले श्रद्धालुओं और स्नान करने वालों को सतर्क कर रहे हैं, क्योंकि जलस्तर बढ़ने के साथ गंगा का बहाव भी तेज हो गया है। इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो बिना सतर्कता के गंगा में स्नान कर रहे हैं। एनडीआरएफ और जल पुलिस सतर्कता बरतते हुए लोगों को गंगा में स्नान करने से बचने की सलाह दे रहे हैं।

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