वाराणसी में हाउसिंग टैक्स लगाने की तैयारी : रामनगर से होगी शुरुआत, इन लोगों पर पड़ेगा भार

UPT | वाराणसी में हाउसिंग टैक्स लगाने की तैयारी।

Sep 25, 2024 15:36

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हाउसिंग टैक्स लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। वाराणसी नगर निगम की ओर से नए शहरी क्षेत्र के व्यावसायिक भवनों से हाउसिंग टैक्स वसूलने की तैयारी है...

Varanasi News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हाउसिंग टैक्स लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। वाराणसी नगर निगम की ओर से नए शहरी क्षेत्र के व्यावसायिक भवनों से हाउसिंग टैक्स वसूलने की तैयारी है। निगम प्रशासन ने रामनगर में व्यावसायिक हाउसिंग टैक्स लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। सर्वे के तहत आए आंकड़े के आधार पर 1000 व्यावसायिक भवनों पर टैक्स लगाया जाएगा। साथ ही नगर निगम प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आवासीय भवनों पर हाउस टैक्स नहीं लगेगा। हालांकि, अभी नगर निगम की ओर से हाउस टैक्स रेट को जारी नहीं किया गया है।

कब से लगाया जाएगा टैक्स
वाराणसी नगर निगम की ओर से तैयारी चल रही है, लेकिन व्यावसायिक भवनों से हाउस टैक्स वसूलने के संबंध में अभी संशय जैसी स्थिति है। संशय यह है कि यह टैक्स 1 अप्रैल 2024 से लागू होगा या फिर इसे अगले वित्तीय वर्ष में लागू किया जाएगा। इस बारे में नगर निगम के अधिकारियों की ओर से कोई साफ जानकारी नहीं दी है। सूत्रों के अनुसार एक अप्रैल 2024 से कॉमर्शियल हाउस टैक्स लगाने की तैयारी की जा रही है। मतलब, पिछली तारीख से ही लागू किया जा सकता है।

इस नियम के तहत लगेगा टैक्स
नगर निगम प्रशासन ने अधिनियम 1959 की धारा-177 के साथ मिले अधिकारों का हवाला देते हुए टैक्स लगाने के बात कही है। इस धारा में स्पष्ट किया गया है कि नगर निगम अपनी सीमा में शामिल नए इलाकों से 5 साल तक टैक्स नहीं ले सकता है। हालांकि, अधिनियम इस बात की छूट देता है कि अगर वहां पेयजल, सीवर जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हों, या पहले से उपलब्ध हों तो टैक्स लगाया जा सकता है। इस मामले में  जो भी पहले हो उसके आधार पर टैक्स लगाने का अधिकार दिया गया है। दरअसल, रामनगर के निवासियों पर पहली बार हाउस टैक्स लगाया जाएगा। पालिका परिषद की ओर से अब तक केवल जलकर लिया जाता था। निगम के इस फैसले से रामनगर के लोगों में हलचल बढ़ गई है। इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

बुनियादी सुविधाओं का है अभाव
नगर निगम प्रशासन जिन आधारों पर कॉमर्शियल हाउस टैक्स लगा रहा है, वास्तव में वे आधार जमीन पर नहीं उतर रहे हैं। रामनगर में रामपुर सगर, मच्छरहट्‌टा का बाहरी इलाका, वारिसपुर, तपोवन, कोदोपुर में पेयजल पाइपलाइन नहीं है। अधिकांश इलाकों में सीवर लाइन नहीं बिछाई गई है। कई मोहल्लों की सड़कें बदहाल हैं। नगर निगम जोनल कार्यालय के पास ही सगरा क्षेत्र में भी सीवर पाइप लाइन नहीं पहुंची है। 2 साल से अधिक समय से नगर निगम यहां जल निकासी की व्यवस्था तक नहीं कर पाया है।

टैक्स से विकास पकड़ेगा रफ्तार 
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शहरवासियों से मिलने वाला हाउस टैक्स ही नगर निगम की सबसे बड़ी कमाई का जरिया है। इन पैसों से नगर निगम क्षेत्र में लोगों से जुड़ी सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। वाराणसी में इस बार नगर निगम क्षेत्र का विकास हुआ है। नगर निगम में 84 गांवों को शामिल किए गए हैं। वहां सुविधाओं का अभाव है। हाउस टैक्स अगर समय से और पूरा मिले तो यहां विकास कार्य रफ्तार पकड़ेगा। 

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