मेडिकल बोर्ड विवाद : स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप, सीएमओ समेत 6 डॉक्टरों के खिलाफ वाद दायर

UPT | Agra Health Department Scandal

Sep 28, 2024 15:36

अधिवक्ता राजेंद्र गुप्ता धीरज ने यह वाद कोर्ट में पेश किया, जिसमें उन्होंने 27 अगस्त 2024 को अपने साथी योगेंद्र कुमार के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अपर निदेशक कार्यालय जाने का जिक्र किया...

Short Highlights
  • सीएमओ समेत छह डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ वाद दायर
  • सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर 2024 की तारीख निर्धारित 
  • सीएमओ और डिप्टी सीएम पर अभद्रता का आरोप
Agra News : आगरा में एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने सीएमओ समेत छह डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाते हुए अदालत में वाद दायर किया है। अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर 2024 की तारीख निर्धारित की है। अधिवक्ता राजेंद्र गुप्ता धीरज ने यह वाद कोर्ट में पेश किया, जिसमें उन्होंने 27 अगस्त 2024 को अपने साथी योगेंद्र कुमार के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अपर निदेशक कार्यालय जाने का जिक्र किया।

मेडिकल कराने में हुई देरी
अधिवक्ता ने बताया कि जब वे वहां पहुंचे, तो लिपिक सुशील पांडे ने जानकारी दी कि अपर निदेशक निरीक्षण के लिए मथुरा गए हैं। राजेंद्र ने बताया कि उनकी पुत्री गर्विता राज के मेडिकल कराने की बारी में देरी हो रही है। मेडिकल बोर्ड के गठन की सूचना उन्हें नहीं दी गई, जिसके कारण उनकी पुत्री की नौकरी की फाइल पुलिस कार्यालय में अटकी हुई है। मनीष निगम, जो सीएमओ का बाबू है, ने कहा कि मेडिकल बोर्ड 13 अगस्त को गठित हुआ था और गर्विता वहां उपस्थित नहीं हुई, इसलिए मेडिकल नहीं हो सका।



सीएमओ और डिप्टी सीएमओ पर अभद्रता का आरोप
वहीं जब अधिवक्ता ने समस्या को लेकर अपर निदेशक से मिलने की कोशिश की, तब वे कार्यालय में पहुंचे, लेकिन उनसे मिलने से मना कर दिया। इसके बाद, जब वे लौटने लगे, तो सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव, डिप्टी सीएमओ डॉ. नंदन सिंह, भाग्यश्री और मनीष निगम ने उन्हें रोका और गालियां देने लगे। राजेंद्र ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया, तो उन पर हमला किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई।

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