डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के रिजल्ट में झोल : एक साथ सैकड़ों स्टूडेंट फेल, छात्रों ने जताई गड़बड़ी की आशंका

UPT | Dr Bhimrao Ambedkar University

Oct 03, 2024 17:34

आगरा स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों को एक ही विषय में फेल कर दिए गए है। छात्र मांग कर रहे हैं कि कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराया जाए ताकि वास्तविकता सामने आ सके।

Agra News : उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (बीआरएयू) के बीएड सत्र 2023-24 के सैकड़ों छात्रों को एक ही विषय में फेल कर दिए जाने का मामला गर्माता जा रहा है। छात्रों का आरोप है कि ओएमआर शीट पर परीक्षा आयोजित होने के बावजूद मूल्यांकन प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ी हुई है, जिसके कारण बड़ी संख्या में विद्यार्थी फेल हो गए हैं। छात्र मांग कर रहे हैं कि कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराया जाए ताकि वास्तविकता सामने आ सके।

मूल्यांकन से छात्र असंतुष्ट
छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में बीएड कर रहे अधिकांश छात्र एक ही जैसे विषयों में फेल हो रहे हैं, जिससे यह साफ झलकता है कि परीक्षा के मूल्यांकन में कोई चूक हुई है। विशेष रूप से "आर्ट एंड एस्थेटिक्स", "पेडागोजी", और "लैंग्वेज अक्रॉस कैरीकुलम" जैसे विषयों में सैकड़ों छात्र अनुत्तीर्ण हो गए हैं। 25 सितंबर को परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद से ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें अब तक कोई संतोषजनक समाधान नहीं मिला है।

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छात्रों की आपबीती
बिचपुरी स्थित एक संस्थान से बीएड कर रहे छात्र रोहिताश कुमार ने बताया कि परीक्षा के बाद उन्होंने अपने उत्तर खुद से जांचे थे, जिनके अनुसार वे पास हो रहे थे। लेकिन परिणाम आने पर उन्हें विषय कोड 107 में फेल कर दिया गया। रोहिताश ने यह भी बताया कि उनकी कक्षा के अधिकांश छात्र भी इसी विषय में फेल हो गए हैं। मथुरा के छात्र श्यामदेव प्रजापति और कोसी के अजीत कुमार भी "आर्ट एंड एस्थेटिक्स" और "पेडागोजी" जैसे विषयों में अनुत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। छात्रों का दावा है कि परिणाम गलत हैं और यह विश्वविद्यालय के कॉपी करेक्शन सिस्टम में खामी का परिणाम है।

कई छात्रों की एक जैसी स्थिति
मथुरा के राधेश्याम प्रजापति और फरह के अमित कुमार भी उन्हीं विषयों में फेल कर दिए गए हैं, जिनमें अन्य सैकड़ों छात्रों को भी अनुत्तीर्ण दिखाया गया है। इन छात्रों का कहना है कि उनकी कक्षा में 90 प्रतिशत विद्यार्थी एक या उससे अधिक विषयों में फेल हो गए हैं। इसका कारण वे मूल्यांकन प्रक्रिया में गड़बड़ी को मानते हैं और पुनर्मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं।

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विश्वविद्यालय प्रशासन का पक्ष
इस मामले में छात्रों ने विवि प्रशासन से शिकायत की है और पुनर्मूल्यांकन की मांग की है। परीक्षा नियंत्रक ओम प्रकाश ने छात्रों की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए आश्वासन दिया है कि इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा, "छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लिया गया है और समिति द्वारा जांच के बाद जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह छात्रों के हित को ध्यान में रखकर ही लिया जाएगा।

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