Agra News : मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आगरा मेट्रो का किया निरीक्षण, कहा कि 2026 तक आगरा के सभी कॉरिडोर होंगे पूर्ण

UPT | आगरा मेट्रो का निरिक्षण करते मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, साथ में डीएम एवं एमडी यूपीएमआरसी

Mar 10, 2024 21:18

भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन नगरी आगरा के लिए तमाम योजनाएं धरातल पर उतार रही हैं। आगरा में ताजमहल के चलते देसी और विदेशी सैलानी आते हैं इसी को ध्यान में रखते हुए यहां पर केंद्र एवं राज्य सरकार विशेष तौर पर ध्यान दे रही है। सरकार भविष्य में भी आगरा को और भी जन सुविधा एवं सौगातें देगी।

Agra News (प्रदीप रावत ) : आज देश के हर बड़े शहर में मेट्रो की सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है। भारत पहले इटली, दक्षिण कोरिया और जापान से तकनीकी और लोगों को हायर करके यहाँ पर काम करता था। हम लोग विदेश से तकनीकी लिया करते थे और उन्हीं पर निर्भर थे। वही आज हम आत्मनिर्भर हैं बाल के दूसरे देशों को भी अपनी तकनीकी एवं कंसल्टेंसी दे रहे हैं। यह भारत के लिए बहुत बड़ी बात है आज हम विदेशों को कंसल्टेंसी दे रहे हैं। यह कहना था उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का जो आगरा मेट्रो का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे हुए थे। उन्होंने हर्ष व्यक्त किया कि आगरा देश का 21 वान शहर बन गया है जहां पर मेट्रो संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि 6 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा को मेट्रो की सौगात दी थी।    आगरा पहुंचे दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि आगरा में 30 किलोमीटर की दो लाइनों पर काम किया जाना है जिसमें तक के इस घर से लेकर सिकंदरा तक तो वहीं दूसरी लाइन आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक बिछाई जानी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन इस कार्य को 2026 तक पूरा कर लेगा। उन्होंने कहा कि जब यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा तब आप आगरा के किसी भी क्षेत्र में कहीं भी मेट्रो के माध्यम से सफर कर सकेंगे।    उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने कहां के मेट्रो किसी भी देश या राज्य या व्यक्ति के लिए ड्रीम ट्रैवल होता है। मेट्रो के माध्यम से सबसे कम कार्बन का उत्सर्जन किया जाता है। आगरा के लोगों के लिए आगरा मेट्रो एक बड़ी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा है। उन्होंने कहा कि अभी जो 6 मार्च स्टेशन की शुरुआत आगरा मेट्रो द्वारा की गई है, अब इसमें यह प्रयास किया जा रहा है कि आसपास के इलाकों को मेट्रो से किस तरह जोड़ा जाए। जो यहां पर सिटी बस सर्विस है उसको भी आगरा मेट्रो से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे आगरा के नागरिक घरों से निकलकर सिटी बस में बैठकर सीधे मेट्रो तक पहुंच कर अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करें। मुख्य सचिव ने बताया लोगों को पब्लिक प्लेस, कॉलेज, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन से मेट्रो को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जिससे लोग सीधे यहां पर पहुंच सकें।    मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बताया कि हमारा यह प्रोजेक्ट 8600 करोड़ का है, जिसमें पहले फेस 2000 करोड़ का पूरा हो चुका है। उन्होंने उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को बधाई दी कि उन्होंने 2 साल के रिकार्ड समय में बनकर तैयार किया है। उन्होंने बताया कि आगरा मेट्रो को बनाने में कई बढ़ाओ एवं परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि आगरा में किसी भी निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट एवं ताज डिपोजिशन जॉन की अनुमति की आवश्यकता होती है। सुप्रीम कोर्ट एवं टीटीजे के साथ सरकार के तमाम विभागों से भी अनुमति लेनी होती है। बावजूद इसके इन सभी बाधाओं को पूरा करते हुए यूपीएमआरसी ने इस समय से पहले तैयार किया है।      मुख्य सचिव ने कहा के अब जब आगरा मेट्रो में सभी बडो को क्लियर कर लिया है तो मुझे उम्मीद है कि बहुत तेजी के साथ आगरा मेट्रो का विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि आगरा मेट्रो के स्टेशनों को बेहद खूबसूरत तरीके से बनाया गया है जो कि लोगों को भी खूब भा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगरा के नागरिकों के साथ-साथ ताज एवं अन्य मॉन्यूमेंट्स का दीदार करने पहुंचने वाले पर्यटकों को भी मेट्रो का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि हर पर्यटक यही चाहता है कि जिस शहर में वह पहुँचे, वहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर हो। इसमें आगरा मेट्रो मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि मेट्रो एवं अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तकनीकी के लिए हम लोग विदेशों पर निर्भर रहते थे। इटली दक्षिण कोरिया जापान से हम लोग तकनीकी एवं लोग हायर करते थे। लेकिन आज भारत आत्मनिर्भर बन चुका है। आज हम मेट्रो के इंजन ही नहीं बना रहे बल्कि इनके डिब्बों का भी भारत में ही निर्माण किया जा रहा है। आज आत्मनिर्भर भारत विदेशी राष्ट्रों को कंसल्टेंसी के साथ-साथ तकनीकी एवं निपुण लोगों को भी उपलब्ध करा रहा है।      - अंडरग्राउंड मेट्रो में सिर्फ नुकसान ही नुकसान    पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर के एमजी रोड पर अंडरग्राउंड बनेगी या नहीं। ऐसे प्रश्न के जवाब में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बताया कि एलिवेटेड में जहां 2500 करोड़ का खर्चा आता है तो वहीं अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए यह राशि 7500 करोड़ पहुंच जाती है। यानी कि अंडरग्राउंड के लिए यह कीमत ट्रिपल हो जाती है। अब इसकी कीमत बढ़ेगी तो उसका भार रात्रियों पर पढ़ना लाजमी है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही अंडरग्राउंड मेट्रो में कार्बन उत्सर्जन बहुत अधिक होता है। इसका मेंटेनेंस भी बढ़ जाता है। अंडरग्राउंड के लिए पूरे क्षेत्र में लाइट एवं एयर कंडीशन होना चाहिए। उन्होंने इसी से संबंधित कहा कि ताज नगरी एक पर्यटन नगरी है। जब मैं यहां पर जिलाधिकारी था तब एक नारा दिया गया था कि "ग्रीन आगरा- क्लीन आगरा".. उन्होंने कहा कि हमें पर्यटकों को अच्छी सुविधा देनी है। अंडरग्राउंड से पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं है कल की यह नागरिकों एवं व्यापारियों के हित में भी नहीं है और न हीं पर्यटकों के हित में फिर यह किसके हित में है। उन्होंने कहा कि हम कम समय में, कम लागत में अधिक से अधिक बेहतर सुविधा नागरिकों को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द आगरा मेट्रो अपना पूरा कार्य करें और यहां के लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि आगरा मेट्रो से निश्चित तौर पर यहां के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।     उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिन दुर्गा शंकर मिश्र का पिक्चर करने से पूर्व आगरा उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक, जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी एवं तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वागत किया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र को यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक ने आगरा मेट्रो की गुणवत्ता एवं भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। मुख्य सचिव ताज महल मेट्रो स्टेशन से लेकर फतेहाबाद रोड ते ताश के पूर्वी गेट पर पहुंचे और उसके बाद ताज के पूरी गॉड से लेकर मनकामेश्वर मेट्रो स्टेशन तक यूपीएमआरसी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। 

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