मथुरा में भाजपा नेता की रहस्यमयी मौत : फूड पॉइजनिंग या हत्या, जानिए क्या है पूरा मामला...

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Jul 08, 2024 17:55

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। कोसीकलां थाना क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर 'मुनि जी रेस्तरां' के मालिक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला सोशल मीडिया...

Short Highlights
  • मथुरा भाजपा नेता नरेश चौधरी मौत 
  • नरेश चौधरी के पोस्टमार्टम में मृत्यु का स्पष्ट कारण सामने नहींआया 
Mathura News : उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। कोसीकलां थाना क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर 'मुनि जी रेस्तरां' के मालिक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला सोशल मीडिया प्रभारी नरेश चौधरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है। यह घटना न केवल स्थानीय राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

ये है पूरा मामला
शनिवार की रात को नरेश चौधरी (42) अपने चचेरे भाई मोहन और रेस्तरां में काम करने वाले अलीगढ़ के युवक संतोष के साथ थे। रात लगभग तीन बजे तीनों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। मौके पर मौजूद चौकीदार ने तुरंत इसकी सूचना परिजनों और अन्य कर्मचारियों को दी। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से तीनों को नजदीकी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां नरेश चौधरी ने दम तोड़ दिया और मोहन को गंभीर स्थिति में फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल रेफर किया गया है, जबकि संतोष अभी भी स्थानीय अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग की संभावना जताई है, लेकिन परिजन इसे हत्या का मामला मान रहे हैं।

सीसीटीवी फुटेज की जांच
सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला है कि नरेश ने घर से लाया खाना खाया था, जबकि संतोष ने रेस्तरां का खाना खाया था। मोहन पहले ही घर से खाना खाकर आया था। पुलिस का अनुमान है कि तीनों ने दिन में किसी खाद्य पदार्थ का एक साथ सेवन किया होगा, जिससे फूड पॉइजनिंग हुई हो सकती है।

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फॉरेंसिक जांच के लिए विसरा आगरा भेजा
नरेश चौधरी के पोस्टमार्टम में मृत्यु का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। इसलिए विसरा को संरक्षित करके आगरा के फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में जांच के लिए भेजा जाएगा। विसरा को तीन शीशे के जारों में सुरक्षित रखा जाता है, एक में जितने भी पाचन तंत्र हैं उन्हें रखते हैं, दूसरे में ब्रेन, किडनी, लीवर और तीसरे में ब्लड को रखा जाता है।

परिवार समेत पार्टी में भी शोक की लहर
इस दुखद घटना ने न केवल नरेश चौधरी के परिवार को झकझोर दिया है, बल्कि स्थानीय भाजपा संगठन में भी शोक की लहर है। नरेश के अंतिम संस्कार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण, मंत्री प्रतिनिधि नरदेव चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।नरेश चौधरी के परिवार में पत्नी प्रेमलता और दो बच्चे गौरव व याशिका हैं। वे न केवल एक सफल व्यवसायी थे, बल्कि भाजपा के मंडल अध्यक्ष भी रह चुके थे। उनकी अचानक मृत्यु ने परिवार और मित्रों को गहरे सदमे में डाल दिया है।

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