सिरसागंज तहसील के अधिकारियों ने किया खेला : किसान की जमीन को अपने रिश्तेदारों के नाम पर दर्ज कराया, घोटाले को लेकर वकीलों ने किया हंगामा

UPT | शिकोहाबाद के वकीलों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया

Jul 08, 2024 16:10

फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज तहसील क्षेत्र के गांव रुधेनी के एक किसान की 75 बीघा जमीन को जिला पंचायत सदस्य से मिलीभगत कर एसडीएम, तहसीलदार व अन्य अधिकारियों द्वारा बंदरबाट कर अपने रिश्तेदारों के नाम दर्ज कराने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

Firozabad News : फिरोजाबाद जिले में एक भूमि विवाद ने स्थानीय प्रशासन और वकीलों के बीच तनाव पैदा कर दिया है। सिरसागंज तहसील के गांव रुधेनी में एक किसान की 75 बीघा जमीन के अवैध हस्तांतरण का मामला सामने आया है, जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता का आरोप लगा है।

ये है मामला
आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य के साथ मिलकर एसडीएम, तहसीलदार और अन्य अधिकारियों ने किसान की जमीन को अपने रिश्तेदारों के नाम पर दर्ज करा दिया। यह मामला विशेष रूप से संवेदनशील हो गया है क्योंकि पीड़ित किसान शिकोहाबाद तहसील में कार्यरत एक अधिवक्ता का भाई है।

वकील समुदाय एकजुट
इस घटना ने स्थानीय वकील समुदाय को एकजुट कर दिया है। शिकोहाबाद के वकीलों ने तहसील कार्यालय का बहिष्कार करते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की, जिससे तनाव का माहौल बन गया।

जिलाधिकारी से शिकायत 
पीड़ित किसान ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी रमेश रंजन से की। जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी सिरसागंज एसडीएम विवेक राजपूत और तहसीलदार नवीन कुमार को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही उन्होंने इन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं।

वकीलों का आरोप 
वकीलों का आरोप है कि इस प्रकरण में शिकोहाबाद के रजिस्ट्रार की भी संलिप्तता है। उनका कहना है कि रजिस्ट्रार ने अधिकारियों के रिश्तेदारों के नाम पर अवैध रूप से जमीन का बैनामा किया है। इस आरोप के चलते वकीलों ने रजिस्ट्रार कार्यालय पर भी प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

आरोपों को खारिज किया
हालांकि, रजिस्ट्रार शिकोहाबाद गौरव वर्मा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं और जमीन के हस्तांतरण से संबंधित सभी समझौते कानूनी प्रक्रिया के अनुसार किए गए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस पूरे मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं रही है।

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