एसपी ऑफिस पहुंचे एक ही परिवार के आठ लोग : डीजल डालकर आग लगाने की कोशिश, पुलिस के फूले हाथ पैर

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Dec 03, 2024 16:28

यूपी के मैनपुरी जिले में पुलिस द्वारा दबंगों पर कार्रवाई न करने से निराश एक परिवार ने एसपी कार्यालय के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। इस परिवार के आठ सदस्य, जिनमें एक बच्ची भी शामिल थी...

Mainpuri News : यूपी के मैनपुरी जिले में पुलिस द्वारा दबंगों पर कार्रवाई न करने से निराश एक परिवार ने एसपी कार्यालय के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। इस परिवार के आठ सदस्य, जिनमें एक बच्ची भी शामिल थी, ने डीजल डालकर आग लगाने का प्रयास किया। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, एसपी कार्यालय के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर डीजल की कट्टी छीन ली। इसके बाद एएसपी ने पीड़ित परिवार को समझाया और उन्हें एसपी से मिलने के लिए कार्यालय ले गए। पीड़ित परिवार का आरोप है कि दबंगों ने उनके एक युवक की हत्या कर दी और पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही।

बच्चे समेत एसपी ऑफिस पहुंचे 
यह घटना कुर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम उदनाटांडा से संबंधित है। मंगलवार को यहां के निवासी सुशील, अनिल, शिशुपाल (रामोतार के पुत्र), सरोज देवी (रामोतार की पत्नी), गीता (शिशुपाल की पत्नी), पूनम (सुशील की पत्नी), प्रियंका (अनिल की पत्नी) और 2 वर्षीय नंदन के साथ कलेक्ट्रेट स्थित एसपी ऑफिस के बाहर पहुंचे। यह परिवार डीजल की कट्टी लेकर आया था और उन्होंने कुर्रा पुलिस पर एफआईआर दर्ज न करने का आरोप लगाते हुए अपने ऊपर डीजल डालना शुरू कर दिया। यह दृश्य देखकर वहां तैनात पुलिस कर्मी घबराए और तत्काल मौके पर पहुंचकर युवक से कट्टी छीन ली।



मामले में एसपी ने दिए आदेश
जैसे ही शोरगुल हुआ, एसपी सिटी राहुल मिठास अपने कार्यालय से बाहर निकलकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरी स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवार से बातचीत की। इसके बाद उन्हें एसपी कार्यालय के अंदर ले जाकर एसपी विनोद कुमार से उनकी मुलाकात कराई। एसपी ने घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली और पीड़ित परिवार को यह आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा। साथ ही, उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि परिवार की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। एसपी ने इस मामले में एसओ कुर्रा, अरविंद कुमार को भी मौके पर ही दिशा-निर्देश दिए।

यह है पूरा मामला
शिशुपाल का कहना है कि 15 नवंबर को 22 वर्षीय अजय को आरोपी अपने साथ खेत में सिंचाई करने के लिए ले गए थे, और 16 नवंबर को उसका शव बाबुल के पेड़ से लटका हुआ मिला। परिजनों का आरोप है कि अजय की हत्या जहरीला पदार्थ खिलाकर की गई थी, और उन्होंने इस संबंध में पुलिस को तहरीर दी थी। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की बात सामने आई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। परिवार का कहना है कि पुलिस ने दो बार कराया और आरोपियों से सांठ-गांठ कर ली है, जिससे एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही। इसके अलावा, परिवार का यह भी कहना है कि आरोपियों ने 7 बीघा जमीन पर फर्जी विरासत करा रखी है। इसी रंजिश में अजय की हत्या की गई है।

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