यमुना रिवर फ्रंट योजना : मथुरा में जल्द शुरू होगा कार्य, हाईकोर्ट से मिली हरी झंडी

UPT | यमुना घाट

Dec 04, 2024 17:33

मथुरा में सरकार लगातार विकास कार्यों पर ध्यान दे रही है, और वहीं अब आठ साल से जिस रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट का इंतजार किया जा रहा था, वह जल्द पूरा होने जा रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद, सिंचाई विभाग अलीगढ़ की कार्यदायी एजेंसी से बातचीत कर रहा है।

Short Highlights
  • 2014 में वृंदावन में रिवर फ्रंट योजना तैयार
  • आठ साल का इंतजार हुआ खत्म
  • इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली हरी झंडी
Mathura News : मथुरा में सरकार लगातार विकास कार्यों पर ध्यान दे रही है, और वहीं अब आठ साल से जिस रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट का इंतजार किया जा रहा था, वह जल्द पूरा होने जा रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद, सिंचाई विभाग अलीगढ़ की कार्यदायी एजेंसी से बातचीत कर रहा है। इस परियोजना के तहत, वृंदावन में केशीघाट समेत सात घाटों का विस्तार और सौंदर्यीकरण 177 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। अब यह परियोजना आठ वर्षों के बाद जल्द शुरू होने वाली है।

विकास कार्यों पर लगातार जोर
2014 में वृंदावन में रिवर फ्रंट योजना तैयार की गई थी, जिसमें घाटों के कटाव को रोकने और बाढ़ से सुरक्षा के लिए रिटेन वॉल बनाई गई थी। इसके अलावा, घाटों के सामने सीवर लाइन डालने का काम भी हुआ था। 2016 में सामाजिक कार्यकर्ता मधुमंगल शुक्ला ने नालों के प्रदूषित पानी को यमुना में जाने से रोकने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसके बाद, न्यायालय ने परियोजना पर स्टे ऑर्डर लगा दिया, जिससे काम रुक गया। बाद में, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर नालों की टेपिंग की गई। अब, 14 अगस्त को हाई कोर्ट ने स्टे ऑर्डर हटा लिया है और काम फिर से शुरू करने के लिए यूपीपीसीएल से बातचीत की जा रही है।


परियोजना के तहत आठ चयनित घाटों पर कार्य
रिवर फ्रंट परियोजना के तहत आठ चयनित घाटों पर कार्य किया जाएगा, जिसमें घाटों का विस्तार और सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इन घाटों पर श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बैंच लगाए जाएंगे और कलात्मक लाइटिंग की जाएगी। साथ ही, लैंडस्केपिंग भी की जाएगी। केशीघाट पर रिवर फ्रंट सबसे चौड़ा होगा, जहां प्रतिदिन आरती, स्नान और अन्य धार्मिक क्रियाकलाप होंगे। इस क्षेत्र में वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी, जिसके लिए जगह की तलाश की जा रही है।

केशीघाट परियोजना का मुख्य केंद्र 
केशीघाट परियोजना का मुख्य केंद्र होगा, जहां घाट का विस्तार किया जाएगा। इस घाट के पास स्थित कच्चे घाट पर सीढ़ियां बनाई जाएंगी, और लगभग 125 मीटर चौड़ा रिवर फ्रंट तैयार किया जाएगा। यह स्थान पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ आकर्षित करेगा। अन्य घाटों पर कार्य की योजना स्थान की उपलब्धता के हिसाब से बनाई जाएगी।

परियोजना में ये घाट शामिल
रिवर फ्रंट परियोजना में जिन घाटों को शामिल किया गया है, उनमें केशीघाट, जुगल घाट, गोविंद घाट, राधाबाग घाट, वराह घाट, कालिया दमन घाट, चीर घाट और शृंगार वट घाट शामिल हैं। इन सभी घाटों का सौंदर्यीकरण और विकास किया जाएगा, जिससे वृंदावन का रिवर फ्रंट आकर्षक बनेगा।

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