प्रसव के दौरान महिला की मौत : परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मियों पर लगाए आरोप, स्वास्थ्य विभाग पर कड़ी कार्रवाई की मांग

फ़ाइल फोटो | तुलसी

Dec 04, 2024 21:17

महावन तहसील की ग्राम पंचायत दघेंटा निवासी बंटी की पत्नी की प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई, जिसके लिए मृतक महिला के स्वजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है...

Mathura News : महावन तहसील की ग्राम पंचायत दघेंटा निवासी बंटी की पत्नी की प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई, जिसके लिए मृतक महिला के स्वजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। महिला के पति बंटी ने कहा कि नर्स सपना ने प्रसव के दौरान दर्द बढ़ाने के लिए दर्जनों इंजेक्शन लगाए, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। वहीं स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी का कहना है कि  महिला की मृत्यु हमारे यहां नहीं हुई।

परिजनों को महिला से नहीं मिलने दिया
मंगलवार को बंटी की पत्नी तुलसी को प्रसव पीड़ा हुई। बंटी अपनी पत्नी को बलदेव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर दोपहर 11 बजे पहुंचे। प्रसूता को सपना नर्स की देखभाल में भर्ती किया गया। देर शाम तक सपना नर्स महिला के परिजनों से महिला की हालत ठीक होने की बात करती रही। जब महिला के परिजन मिलने गए तो उन्हें बाहर रहने की बात कहती रही। कुछ देर बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। प्रसव के बाद महिला से अधिक खून बहने लगा, जिससे नर्स भी परेशान हो गई।



डॉक्टरों पर लापरवाही का लगाया आरोप
नर्स ने महिला के स्वजनों से कहा कि महिला की हालत गंभीर है, इसे अब जिला अस्पताल ले जाना चाहिए। इसके बाद महिला के स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचते ही महिला की मृत्यु हो गई। महिला की मृत्यु के बाद स्वजन शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलदेव लेकर पहुंचे और वहां डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए।

'नर्स के अलावा कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था'
महिला के पति बंटी ने कहा कि नर्स सपना ने प्रसव के दौरान दर्द बढ़ाने के लिए दर्जनों इंजेक्शन लगाए, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। उनका कहना था कि अगर उनके पास उचित व्यवस्था नहीं थी तो पहले ही महिला को रेफर कर देते, तो तुलसी की जान बच सकती थी। बंटी ने यह भी कहा कि रात को नर्स सपना के अलावा कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था और जब उन्होंने हंगामा किया, तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी आए, जबकि महिला को डॉक्टर की आवश्यकता थी, लेकिन वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी बिजेंद्र सिंह सिसौदिया ने बताया कि महिला की मृत्यु हमारे यहां नहीं हुई। जब महिला की हालत गंभीर हो गई, तो उसे जिला अस्पताल भेजा गया था। संबंधित डॉक्टर और नर्स की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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