Mathura News : गौरी गोपाल आश्रम में प्रसाद वितरण के दौरान हादसा, गर्म दाल गिरने से दर्जनभर श्रद्धालु झुलसे

UPT | इलाज़ कराते श्रद्धालु

Nov 01, 2024 17:48

वृन्दावन में भण्डारे के प्रसाद की लाइन में खड़े श्रद्धालुओं के ऊपर गर्म दाल फैल गई।जिससे दर्जनों लोग झुलस गये जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया

Mathura News : परिक्रमा मार्ग स्थित गौरी गोपाल आश्रम में शुक्रवार को प्रसाद लेने के दौरान हुई धक्का-मुक्की में गर्म दाल से भरा ड्रम गिरने से एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया और घायल श्रद्धालुओं को स्थानीय लोगों द्वारा तुरंत जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। चिकित्सा टीम के अनुसार, घायलों में से दो लोगों की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जबकि अन्य घायलों की हालत अब खतरे से बाहर है।

कैसे हुआ हादसा
बताया गया कि ब्रज चौरासी कोस यात्रा के अंतर्गत कई श्रद्धालु गौरी गोपाल आश्रम में दर्शन करने और प्रसाद ग्रहण करने के लिए पहुंचे थे। प्रसाद वितरण के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु लाइन में लगे हुए थे। आश्रम के कर्मचारियों द्वारा रसोई से गर्म-गर्म दाल का एक बड़ा ड्रम लेकर भोजन वितरण के स्थान पर लाया जा रहा था। इसी बीच, भीड़ में धक्का-मुक्की होने के कारण ड्रम का संतुलन बिगड़ गया और गरम दाल का ड्रम वहीं गिर गया। इस हादसे में आसपास खड़े करीब 12 से 15 श्रद्धालु गरम दाल की चपेट में आ गए, जिससे वे गंभीर रूप से झुलस गए।

तुरंत की गई घायलों की सहायता
घटना के तुरंत बाद, वहां मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने टेंपो और ई-रिक्शा के माध्यम से घायलों को जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया। चिकित्सकों ने घायलों का तुरंत उपचार शुरू किया और उनमें से दो महिलाओं की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। अन्य घायलों का प्राथमिक उपचार मथुरा के जिला संयुक्त चिकित्सालय में ही किया गया।



घायलों की पहचान
इस हादसे में झुलसे श्रद्धालुओं में 50 वर्षीय लखी राय (पत्नी शंभू राय) और 55 वर्षीय सुंदर बिसई (पत्नी कुसोवती बिसई) निवासी हुगली, पश्चिम बंगाल; 70 वर्षीय नीलमादास (पत्नी सुधांशु दास), 60 वर्षीय राधारानी दास (पत्नी हीराधान दास) और 50 वर्षीय रमा विश्वास (पत्नी रमन विश्वास) निवासी थाना कुलतली, जिला परगना, पश्चिम बंगाल; 60 वर्षीय संध्या बिसई (पत्नी पशुपति बिसई); 40 वर्षीय अंजना (पत्नी मृत्युंजय); 44 वर्षीय पूर्णिमा (पत्नी बलराम); 50 वर्षीय जलपना मंडल, 56 वर्षीय लुखी हलधर (पत्नी सुधीर हलधर) और 49 वर्षीय श्यामा (पत्नी बलराम) शामिल हैं। इनमें से अंजना और पूर्णिमा 18-20 फीसदी तक झुलस गईं, जिन्हें गंभीर स्थिति के चलते आगरा रेफर किया गया है।

हादसे के बाद श्रद्धालुओं में आक्रोश
यह हादसा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। हादसे के बाद श्रद्धालुओं ने आश्रम प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के उचित इंतजाम न होने के कारण इस हादसे के होने की बात सामने आ रही है। स्थानीय प्रशासन ने भी इस हादसे को गंभीरता से लिया है और भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान बेहतर प्रबंधन के निर्देश दिए हैं।

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