साहूकार से परेशान होकर युवक ने की आत्महत्या : सोशल मीडिया पर छोड़ा वीडियो, गिरवी रखे खेत का धोखाधड़ी से बैनामा कराया

UPT | फोटो

Oct 15, 2024 21:32

जनपद के जैंत थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।कर्ज से परेशान होकर उसने यह निर्णय लिया।

Mathura News : जमीन के विवाद ने एक युवक की जान ले ली। रुपयों की जरूरत के चलते गांव के साहूकार के पास खेत गिरवी रखने के बाद, जब साहूकार ने धोखाधड़ी से खेत का बैनामा करा लिया, तो जमीन न मिलने के कारण युवक ने आत्महत्या कर ली। यह घटना मथुरा के थाना जैंत क्षेत्र के गांव जैंत की है, जहां युवक ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला और तीन लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया।


घटना का विवरण और पुलिस की कार्रवाई
मृतक युवक विष्णु पुत्र बन्नो का शव हाईवे के किनारे स्थित खेत में नीम के पेड़ से लटका हुआ मिला। इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने पंचनामा भरकर कानूनी प्रक्रिया शुरू की है। थाना जैंत के प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।

सोशल मीडिया पर छोड़ा सुसाइड वीडियो
आत्महत्या से पहले विष्णु ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें उसने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की पूरी कहानी बताई। वीडियो में विष्णु ने बताया कि उसने अपनी जमीन गांव के ही राजेश पुत्र निरंजन, कलुआ पुत्र नरेश, और चौधरी पुत्र सरमन के पास गिरवी रखी थी। उन लोगों ने उससे वादा किया था कि वह तीन महीने के भीतर रुपए वापस कर जमीन छुड़ा सकता है। लेकिन एक महीने बाद नरेश ने कहा कि जब भी पैसा इकट्ठा हो जाए, तो वह जमीन वापस ले सकता है।

हालांकि, आरोपियों ने एग्रीमेंट के बहाने से जमीन का बैनामा करा लिया और बाद में धोखाधड़ी से जमीन का दाखिला खारिज भी करवा लिया। इस धोखाधड़ी की जानकारी विष्णु और उसकी पत्नी हेमलता को नहीं थी। जब इस बारे में हेमलता को पता चला तो वह गहरे सदमे में बीमार हो गईं और कुछ समय बाद उनकी मौत हो गई। इस घटना से विष्णु पर गहरा मानसिक आघात हुआ।

पंचायत और सुलह का असफल प्रयास
विष्णु ने कई बार पंचायत के माध्यम से नामजद आरोपियों पर दबाव डालकर अपनी जमीन वापस लेने की कोशिश की। चौधरी ने शुरू में जमीन के बेचने के बाद प्रॉफिट साझा करने का वादा किया था, लेकिन बाद में पंचायत में अपने वादे से मुकर गया। इस धोखाधड़ी और जमीन न मिलने की वजह से विष्णु का मानसिक तनाव बढ़ता गया, और उसने आखिरकार आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।

परिवार की स्थिति और अपील
विष्णु के इस कदम ने उसके परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। उसके तीन छोटे बच्चे अब बेसहारा हो गए हैं। विष्णु ने अपने वीडियो में थाना जैंत पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। मृतक के परिजनों और गांववालों का कहना है कि पुलिस को इस मामले में तेजी से जांच कर दोषियों को सजा दिलानी चाहिए, ताकि ऐसे मामलों में न्याय हो सके।

समाज में चिंता का विषय
यह घटना न केवल विष्णु के परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर संदेश छोड़ती है। ग्रामीण इलाकों में साहूकारों द्वारा गरीबों और जरूरतमंदों के साथ की जाने वाली धोखाधड़ी और जमीन कब्जाने के मामले अक्सर सामने आते हैं, लेकिन ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई की धीमी प्रक्रिया के चलते पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाता। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन और समाज को जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया है, ताकि आगे से किसी भी व्यक्ति को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े। 

Also Read