दोस्त के बहकवे में आकर तीन युवकों पर गत दिन गैंगरेप का केस दर्ज कराकर जेल भेजने की तैयारी में जुटी युवती अब अपने ही बुने जाल में फंसती जा रही है। केस की तफ्तीश में युवती के रचे गए ड्रामे की कहानी दिन...
Jan 15, 2025 20:36
दोस्त के बहकवे में आकर तीन युवकों पर गत दिन गैंगरेप का केस दर्ज कराकर जेल भेजने की तैयारी में जुटी युवती अब अपने ही बुने जाल में फंसती जा रही है। केस की तफ्तीश में युवती के रचे गए ड्रामे की कहानी दिन...
Ayodhya News : दोस्त के बहकवे में आकर तीन युवकों पर गत दिन गैंगरेप का केस दर्ज कराकर जेल भेजने की तैयारी में जुटी युवती अब अपने ही बुने जाल में फंसती जा रही है। केस की तफ्तीश में युवती के रचे गए ड्रामे की कहानी दिन - प्रतिदिन खुलती चली जा रही है। जिन तीन युवकों पर वाहन में गैंगरेप के बाद ग्राम अरथर के पास सड़क के किनारे छोड़ जाने का आरोप लगाया था। वह अब झूठा साबित हो रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या राजकरन नय्यर ने बताया कि एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी के नेतृत्व में की गई जांच में सीसीटीवी फुटेज में न तो आरोपी दिखे और न ही कथित काली एसयूवी।
झूठे आरोप का खुलासा, आरोपी साबित हुए युवक
युवती ने पहले आरोप लगाया था कि तीन युवकों ने उसे एक वाहन में बंधक बनाकर गैंगरेप किया और फिर ग्राम अरथर के पास सड़क किनारे छोड़ दिया। लेकिन पुलिस की तफ्तीश में यह आरोप झूठा साबित हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजकरण नय्यर के नेतृत्व में एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी और अन्य अधिकारियों ने मामले की गंभीरता से जांच की। सीसीटीवी फुटेज में न तो आरोपी युवक दिखाई दिए और न ही कथित काली एसयूवी का कोई सुराग मिला। सर्विलांस की जांच से भी यह सामने आया कि आरोपियों की लोकेशन घटना स्थल पर नहीं थी।
युवती ने कबूल किया झूठा आरोप लगाने का राज
कड़ी पूछताछ में युवती ने खुद ही सच उगल दिया। उसने बताया कि उसके करीबी दोस्त अर्पित ने उसे जमीन देने का वादा किया था, लेकिन बाद में मुकर गया। इसी वजह से उसने तीन युवकों को फंसाने के लिए यह साजिश रची। युवती ने स्वीकार किया कि वह टैंपो से रौनाही थाना क्षेत्र के अरथर गांव के पास पहुंची और स्थानीय लोगों को देख सड़क के किनारे लेटकर बेहोशी का नाटक किया। इसके बाद वह पुलिस की सहायता से सीएचसी सोहावल पहुंची और पूरी साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई।
पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश किया
मामला गैंगरेप से जुड़ा होने के कारण उच्च अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की और चंद घंटों में पुलिस की चार टीमों ने युवती द्वारा रची गई झूठी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। अन्यथा निर्दोष युवक जेल जा सकते थे। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि युवती का करीबी दोस्त जो गोंडा जिले का रहने वाला है ने उसे बहला-फुसलाकर यह साजिश रचवाई। इस पूरे मामले में युवती अब मोहरा बन चुकी है, जबकि असल साजिश रचने वाला युवक था जिसने अपनी निजी दुश्मनी निपटाने के लिए युवती का सहारा लिया।
पर्दे के पीछे कौन? पुलिस ने शुरू की जांच
अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि युवती के दोस्त की तीन युवकों से निजी दुश्मनी क्या थी और क्या इस साजिश में अन्य कोई व्यक्ति भी शामिल था। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्यों अरथर और रौनाही थाना क्षेत्र को इस साजिश के लिए चुना गया। क्या इसका कोई संबंध संपत्ति विवाद से था ? पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और जल्द ही साजिश के सभी बिंदुओं का खुलासा करने का दावा कर रही है।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
अयोध्या पुलिस ने स्पष्ट किया है कि युवती ने झूठा मुकदमा दर्ज कराने के बाद अब वह विधिक कार्रवाई का सामना करेगी। एसएसपी राजकरण नय्यर ने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं की बारीकी से जांच कर रही है और मामले की पूरी सच्चाई सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।