बरेली में आईवीएफ से बच्चा पैदा करने पर पति-पत्नी में तकरार : प्रोफेसर दंपति का मामला पहुंचा महिला परामर्श केंद्र

UPT | प्रतीकात्मक फोटो।

Aug 22, 2024 02:18

बरेली में आईवीएफ से बच्चा पैदा करने को लेकर एक प्रोफेसर दंपति में तकरार हो गई है। महिला प्रोफेसर ने आईवीएफ के जरिए बच्चा करने की बात कही है। मगर, प्रोफेसर पति ने इंकार कर दिया। इस बात को लेकर दोनों के बीच तकरार शुरू हो गई, और यह मामला महिला परामर्श केंद्र तक पहुंच गया है।

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में आईवीएफ से बच्चा पैदा करने को लेकर एक प्रोफेसर दंपति में तकरार हो गई है। महिला प्रोफेसर ने आईवीएफ के जरिए बच्चा करने की बात कही है। मगर, प्रोफेसर पति ने इनकार कर दिया। इस बात को लेकर दोनों के बीच तकरार शुरू हो गई, और यह मामला महिला परामर्श केंद्र तक पहुंच गया है। शादी के चार साल गुजरने के बाद भी प्रोफेसर दंपति के बच्चा नहीं हुआ। बढ़ती उम्र की चिंता के कारण महिला प्रोफेसर ने आईवीएफ तकनीक से बच्चा करने की कोशिश की। मगर, पति तैयार नहीं है। जिसके चलते पत्नी जिद पर अड़ गईं है। महिला के पति को इस विधि पर भरोसा नहीं है।

मेरठ निवासी है प्रोफेसर पति 
यूपी के मेरठ निवासी प्रोफेसर साहब की उम्र 48 वर्ष है। उनकी शादी बरेली निवासी 42 वर्षीय महिला प्रोफेसर से करीब चार साल पहले हुई थी। पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण दोनों ने शादी देर से की। महिला बदायूं में, तो पति अमरोहा के एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं। दोनों के बीच बेहतर रिश्ते थे। मगर, अब दोनों को बच्चे की ख्वाहिश है। मगर, बच्चे नहीं हुए। इसके बाद पत्नी ने आईबीएफ से बच्चा पैदा करने की कोशिश की है।

भाई भाभी को बनाया नॉमिनी
बताया जाता है कि प्रोफेसर पति के मां-बाप का बचपन में इंतकाल (निधन) हो गया था। उन्हें भाई-भाभी ने ही उन्हें पढ़ा-लिखा कर बड़ा किया। इसलिए माता-पिता के समान मानते हुए प्रोफेसर ने उन्हें अपना नॉमिनी बना लिया। मगर,महिला बच्चा न होने के साथ ही पति की प्रापर्टी में नॉमिनी न बनाए जाने से भी चिंतित हो गईं है। इस मुद्दे पर उनके बीच विवाद हुआ है, जो अब परामर्श केंद्र तक पहुंच गया है, लेकिन प्रोफेसर पति मुकदमे के डर से आईवीएफ से बच्चे कराने को राजी हो गया है। मगर, पत्नी को नॉमिनी बनाने की बात पर चुप्पी साध ली है। पति का कहना है कि वह बस इतना चाहते हैं कि पत्नी साथ रहे और वह उसका ध्यान रखें।

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