बरेली के माफियाओं पर प्रशासन का शिकंजा : डीएम ने असलहे के लाइसेंस निरस्त करने को मांगी रिपोर्ट, जानें मामला...

UPT | आरोपी राजीव राणा

Jul 02, 2024 19:54

बरेली में पिछले दिनों माफियाओं ने एक बेशकीमती प्लॉट पर कब्जे को लेकर दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग की थी। मगर, इसके बाद से पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी है। पुलिस आरोपियों को जेल भेज चुकी है, लेकिन अब डीएम रविंद्र कुमार ने भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।

Bareilly News : यूपी के बरेली में पिछले दिनों माफियाओं ने एक बेशकीमती प्लॉट पर कब्जे को लेकर दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग की थी। मगर, इसके बाद से पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी है। पुलिस आरोपियों को जेल भेज चुकी है, लेकिन अब डीएम रविंद्र कुमार ने भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। डीएम ने मुख्य आरोपी राजीव राना और आदित्य उपाध्याय के शस्त्र लाइसेंस के संबंध में एसएसपी से रिपोर्ट तलब की है। पुलिस रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी है।माफिया राजीव राना के पास राइफल और आदित्य उपाध्याय के पास दोनाली बंदूक है। इसके अलावा अन्य गुर्गों के पास तमंचे थे। राइफल और दोनाली बंदूक का लाइसेंस सस्पेंड करने के बाद उसके निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। घटना में शामिल अन्य आरोपियों के पास शस्त्र लाइसेंस हैं अथवा नहीं। उनकी जांच भी की जा रही है।

22 जून को 200 से अधिक चली थीं गोलियां
शहर के पीलीभीत बाईपास पर एक बेशकिमती प्लाट के कब्जे को लेकर 22 जून को फायरिंग, पथराव और आगजनी हुई थी। इस दौरान 200 से ज्यादा गोलियां चलीं थीं। इसमें लाइसेंसी और अवैध तमंचों का इस्तेमाल किया गया था। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि गोलीकांड में शामिल दोनों पक्षों राजीव राना और आदित्य उपाध्याय के खिलाफ दर्ज दोनों मुकदमों और पहले से दर्ज मुकदमों की सुनवाई भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी। इससे आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सकेगी। 

आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच
पुलिस अफसरों ने मानिटरिंग सेल को सभी आरोपियों के आपराधिक इतिहास का ब्योरा तैयार करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने राणा पक्ष के ललित सक्सेना, हिस्ट्रीशीटर केपी यादव, सुभाष लोधी, हथियारों की सप्लाई करने वाले मोहम्मद हुसैन उर्फ गोला घोसी और धनुष यादव उर्फ गुर्गा को मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया है।

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