पौधों की देखभाल में घोटाला : रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के समय लगाए गए पौधे हुए गायब, कंपनियों पर लापरवाही के आरोप

UPT | बस्ती में फोरलेन से गायब हुए 65 लाख के पौधे

Sep 21, 2024 00:02

22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने खलीलाबाद से अयोध्या तक फोरलेन के डिवाइडर पर नए पौधे लगाए थे...

Basti News : बस्ती में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले लगाए गए 65 लाख रुपये के पौधों में से अधिकांश गायब हो चुके हैं। फोरलेन के बीच बने डिवाइडर पर हरियाली बढ़ाने के लिए 20,000 पौधे लगाए गए थे, जिसकी जिम्मेदारी दो कंपनियों को सौंपी गई थी। खबर है कि इन कंपनियों की लापरवाही के चलते कई पौधे गायब हो गए हैं।

खलीलाबाद से अयोध्या तक लगे थे पौधे
22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने खलीलाबाद से अयोध्या तक फोरलेन के डिवाइडर पर नए पौधे लगाए थे। संबंधित कंपनियों ने पौधों को सही ढंग से नहीं लगाया; कई पौधे तो केवल पन्नी के साथ जमीन में छोड़ दिए गए, जिससे वे सूख गए। जिन पौधों को ठीक से लगाया गया, उनकी भी देखभाल नहीं की गई, और समय पर पानी नहीं दिया गया।


ए टू जेड कंपनी ने लगाए 15 हजार पौधे
ए टू जेड कंपनी ने 39.79 लाख रुपये खर्च कर 15,000 पौधे लगाए, जबकि कास्मोस कंपनी ने 25.62 लाख रुपये खर्च कर 5,500 पौधे लगाए। ए टू जेड के कुछ पौधे अभी भी नजर आ रहे हैं, लेकिन कास्मोस के पौधों का कोई पता नहीं है। ए टू जेड ने पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाने की बात कही थी, लेकिन अधिकांश जगहों पर न तो ट्री गार्ड हैं और न ही पौधे।

पीडी का बयान: कास्मोस कंपनी में मिलीं खामियां
एनएचआई के परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल ने बताया कि दोनों कंपनियों के पौधरोपण की जांच की गई है। कास्मोस कंपनी में पौधरोपण में गड़बड़ी पाई गई है, जिसके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। ए टू जेड कंपनी के पौधरोपण की भी दोबारा जांच कराई जाएगी।

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