देवरिया में भूमि सर्किल रेट पर चर्चा : पक्षकारों के साथ विचार-विमर्श कर डीएम ने तर्कसंगत वृद्धि के दिए निर्देश

UPT | बैठक में मौजूद जिलाधिकारी व अन्य।

Aug 21, 2024 02:18

देवरिया में भूमि सर्किल रेट में तर्कसंगत वृद्धि को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। इसमें आवासीय और कृषि भूमि के सर्किल रेट निर्धारण के लिए प्राप्त आपत्तियों के निस्तारण पर चर्चा की गई।

Deoria News : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भूमि सर्किल रेट में तर्कसंगत वृद्धि को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई इस बैठक में आवासीय और कृषि भूमि के सर्किल रेट निर्धारण के लिए प्राप्त आपत्तियों के निस्तारण पर चर्चा की गई। बैठक में विभिन्न पक्षकारों के साथ विचार-विमर्श कर सर्किल रेट में आवश्यक वृद्धि के निर्देश दिए गए। 

सर्किल रेट में वृद्धि का कारण
बैठक के दौरान डीएम दिव्या मित्तल ने बताया कि पिछले चार वर्षों से सर्किल रेट में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जबकि इस अवधि में भूमि के बाजार मूल्य में वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने निर्देश दिया कि सर्किल रेट में तर्कसंगत वृद्धि की जाए, ताकि बाजार मूल्य और सर्किल रेट के बीच संतुलन बना रहे। उन्होंने कहा कि वर्तमान बाजार दरों के मद्देनजर सर्किल रेट में आवश्यक बदलाव किए जाने चाहिए।

प्राप्त आपत्तियों पर विचार
एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय ने बैठक में बताया कि विभिन्न तहसीलों से कुल 23 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। इनमें सदर तहसील से चार, रुद्रपुर से दस, भाटपाररानी से सात और बरहज से दो आपत्तियां आई हैं। सलेमपुर तहसील से कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी तहसीलों और कलेक्ट्रेट के अधिवक्ता संगठनों को मौजूदा सर्किल रेट की एक-एक प्रति उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे आगामी 23 अगस्त को आयोजित होने वाली बैठक में अपनी आपत्तियों का अंतिम रूप से निस्तारण कर सकें।

सर्किल रेट में वृद्धि की आवश्यकता
एआईजी स्टांप पंकज सिंह ने बताया कि जिले में पिछले चार वर्षों से सर्किल रेट में कोई वृद्धि नहीं हुई है। वर्तमान सर्किल रेट 13 अगस्त 2020 को निर्धारित किया गया था, जो अभी भी लागू है। वहीं, वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्टैम्प ड्यूटी से आय का लक्ष्य बढ़ाकर 347 करोड़ रुपये रखा गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सर्किल रेट में वृद्धि की आवश्यकता है। पिछले चार वर्षों में सर्किल रेट में कोई बदलाव न होने के कारण वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल लक्ष्य का केवल 70.74% ही प्राप्त हो सका।

नगर पंचायतों और ग्रामीण क्षेत्रों में मूल्य वृद्धि
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि हाल ही में जिले में 6 नई नगर पंचायतों का गठन किया गया है, जिनमें हेतिमपुर, तरकुलवा, बैतालपुर, पथरदेवा, मदनपुर और भलुअनी शामिल हैं। इन नवगठित नगर पंचायतों और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्लॉटों के बाजार मूल्य में सर्किल रेट से अधिक वृद्धि हुई है। देवरिया नगर पालिका की सीमा विस्तार के बाद 19 नए गांवों के सम्मिलित होने से भी बाजार मूल्य में बढ़ोतरी हुई है। इस कारण सर्किल रेट में वृद्धि अति आवश्यक हो गई है। 

इस बैठक में सब रजिस्ट्रार कृपाशंकर, प्रतिमा सिंह सहित कलेक्ट्रेट और सभी तहसीलों के बार पदाधिकारीगण भी मौजूद थे, जिन्होंने अपनी-अपनी राय और सुझाव दिए। अब, आगामी बैठक में इन सभी आपत्तियों का अंतिम निस्तारण किया जाएगा, जिससे जिले में भूमि के सर्किल रेट को तर्कसंगत और वर्तमान बाजार मूल्य के अनुरूप बनाया जा सके। 

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