इटावा महोत्सव में हुआ बड़ा हादसा : 30 फीट ऊंचाई से झूले का डोला गिरा, 5 लोग गंभीर रूप से घायल

UPT | झूले का कुंदा टूटने से हुआ हादसा

Jan 14, 2025 10:06

इटावा में आयोजित महोत्सव के दौरान एक बड़े हादसे में 5 लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब 60 फीट ऊंचे आसमानी झूले का एक डोला (कुंदा ) 30 फीट की ऊंचाई से अचानक टूटकर गिर गया। घटना के बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

Etawah News : उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में आयोजित महोत्सव के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें एक झूला गिरने से 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना सोमवार को इटावा महोत्सव में लगी 60 फीट ऊंची आसमानी झूला का एक कुंदा के टूटने से हुई, जब वह लगभग 30 फीट की ऊंचाई पर था। अचानक डोला टूटकर नीचे गिरने से झूला झूल रहे लोगों में हड़कंप मच गया।

पांच लोग गंभीर रूप से घायल 
हादसे में घायल हुए सभी पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। एक व्यक्ति की स्थिति को देखते हुए उसे सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जहां उसकी गंभीर स्थिति के कारण इलाज जारी है।

सभी घायलों को अस्पताल भेजा
इस घटना पर एसडीएम विक्रम राघव ने बयान देते हुए कहा कि हादसे के बाद तुरंत कार्यवाही की गई और सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की गहरी जांच की जा रही है और जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पिछले साल की घटना से नहीं मिली सीख
यह पहला मौका नहीं था जब इटावा महोत्सव में ऐसी दुर्घटना हुई हो। पिछले साल भी झूलों की खराबी के कारण दुर्घटनाएं हुईं थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। इसके बावजूद, प्रशासन और झूला ठेकेदारों ने सुरक्षा मानकों पर ध्यान नहीं दिया और इस बार भी वही स्थिति दोहराई गई, जिससे यह हादसा हुआ।

सुरक्षा मानकों की अनदेखी
इस दुर्घटना के बाद झूला ठेकेदार और कर्मचारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यदि समय-समय पर झूलों की जांच और मरम्मत की जाती, तो शायद यह हादसा टल सकता था। इसके अलावा, संचालन के दौरान सुरक्षा उपायों की भारी कमी ने इस घटना को और बढ़ा दिया।

प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने इस हादसे के बाद प्रशासन की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने पिछले साल की दुर्घटनाओं को याद करते हुए कहा था कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाना चाहिए था। बावजूद इसके, ठेकेदार और झूला संचालकों ने सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज किया, जो इस गंभीर हादसे का कारण बना। पीड़ितों के परिवारों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से यह मांग की है कि वे इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

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