Kanpur News : गंगा नदी ऊफान पर, बैराज के गेट खोले गए, कई गांवों से संपर्क टूटा... 

UPT | कानपुर में गंगा नदी ऊफान पर।

Jul 17, 2024 12:58

कानपुर में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा बैराज के गेट खोल दिए गए हैं। बता दें कि कानपुर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे आम जनमानस को काफी समस्या का सामना करना पड़ा है। गंगा खतरे...

Kanpur News : कानपुर में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा बैराज के गेट खोल दिए गए हैं। बता दें कि कानपुर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे आम जनमानस को काफी समस्या का सामना करना पड़ा है। गंगा खतरे के निशान से लगभग 1.8 मीटर दूर है, जिससे आसपास के कटरी के क्षेत्र में कई गांव में पानी भर गया है। गांव का कनेक्शन भी शहर से टूट गया है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन भी लगातार विभिन्न विभागों के साथ मिलकर लोगों तक राहत सामग्री पहुंचा रहा है।

गंगा नदी ऊफान पर
हरदोई में गर्रा नदी में आए ऊफान ने कानपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा दिया है। यही वजह है कि नरोरा और हरिद्वार से कम मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद भी कानपुर बैराज पर पानी का दबाव बढ़ गया है। यहां से इस सीजन का सबसे अधिक 2.63 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसका असर प्रयागराज और वाराणसी तक पड़ना तय माना जा रहा है। काली नदी से भी भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है।

गंगा में मिल रहा है गर्रा नदी का पानी
गोसाईगंज में गर्रा नदी का पानी मिल रहा है। पिछले कुछ दिनों से सिंचाई विभाग के इंजीनियर इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे थे कि नरौरा से 25 से 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, फिर कानपुर बैराज पर इतनी भारी मात्रा में पानी कहां से आ रहा है।पड़ताल हुई तो पता चला कि हरदोई की गोसाईगंज में गर्रा नदी का पानी गंगा में मिल रहा है। वहां से 1.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसका असर कानपुर बैराज पर पड़ा है। लिहाजा यहां सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं। अब कानपुर में गंगा चेतावनी बिंदु से 1.8 मीटर ही दूर रह गई है। शुक्लागंज का जलस्तर 111.920 मीटर पहुंच गया है। रविवार को यहां का जलस्तर 111.720 मीटर ही था।

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