कानपुर विश्वविद्यालय : दाखिले की अंतिम तारीख 15 अगस्त तक बढ़ी, छात्रों के लिए आखिरी मौका

UPT | कानपुर विश्वविद्यालय

Aug 11, 2024 09:49

कानपुर विश्वविद्यालय में पढ़ना चाहने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। विश्वविद्यालय ने दाखिले की अंतिम तिथि बढ़ाकर 15 अगस्त कर दी है, जिससे अब छात्रों के पास अपनी सीट बुक करने का एक आखिरी मौका है।

Kanpur News : कानपुर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों के लिए अच्छी खबर है। विश्वविद्यालय ने दाखिले की अंतिम तिथि बढ़ाकर 15 अगस्त कर दी है, जिससे अब छात्रों के पास अपनी सीट बुक करने का एक आखिरी मौका है। जो छात्र अभी तक दाखिला नहीं ले पाए हैं, उनके लिए यह सुनहरा अवसर है। वे कानपुर विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट csjmu.ac.in/admissions202425/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या सीधे विश्वविद्यालय के संबंधित विभागों में जाकर आवेदन जमा कर सकते हैं।


'पहले आओ, पहले पाओ' आधार पर दाखिला 
कानपुर विश्वविद्यालय ने छात्रों की सुविधा के लिए 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर दाखिला प्रक्रिया को जारी रखा है। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में सीमित सीटें बची हैं, इसलिए छात्रों को जल्द से जल्द दाखिला लेने की सलाह दी गई है। यह प्रक्रिया स्नातक और परास्नातक दोनों स्तरों के पाठ्यक्रमों के लिए लागू है, और अब 15 अगस्त तक आवेदन खुले रहेंगे।

दाखिले की तिथि बढ़ाने का कारण 
दाखिले की तिथि बढ़ाने का निर्णय छात्रों के हित में लिया गया है। इस वर्ष कई छात्रों के परीक्षा परिणाम देरी से आने के कारण वे समय पर दाखिला नहीं ले पाए थे। इसे ध्यान में रखते हुए, कानपुर विश्वविद्यालय ने छात्रों को एक और मौका देने का निर्णय किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह तिथि वृद्धि छात्रों को उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा से बचाने के लिए आवश्यक थी।

ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन विकल्प 
कानपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिव, डॉ. अनिल यादव, ने बताया कि विश्वविद्यालय ने छात्रों की सुविधा को देखते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन करने का विकल्प रखा है। छात्र अब 15 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, वहीं जो छात्र सीधे विभागों में जाकर आवेदन करना चाहते हैं, वे 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर दाखिला प्रक्रिया का लाभ उठा सकते हैं।
इस बढ़ी हुई तारीख से उन छात्रों को राहत मिली है, जो विभिन्न कारणों से समय पर दाखिला नहीं ले सके थे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने महाविद्यालयों की मांगों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है, ताकि सभी पात्र छात्रों को दाखिले का उचित अवसर मिल सके।

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