साइबर हमले से विधवा पेंशन योजना प्रभावित : हजारों महिलाएं आर्थिक सहायता से वंचित, विभाग को नहीं कोई खबर

UPT | साइबर हमले से विधवा पेंशन योजना प्रभावित

Aug 03, 2024 12:07

विधवा पेंशन योजना, जो पति की मृत्यु के बाद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, इस हमले का शिकार हुई है। अपराधियों ने विभाग के सर्वर को हैक करके लाभार्थियों...

Short Highlights
  • विधवा पेंशन योजना साइबर हमले का शिकार हुई है
  • अपराधियों ने लाभार्थियों के आधार डेटा को नष्ट कर दिया
  • सात हजार लाभार्थियों को पेंशन नहीं मिल पाई
Kanpur News : महिला एवं बाल कल्याण विभाग की एक महत्वपूर्ण योजना पर साइबर अपराधियों ने हमला किया है। विधवा पेंशन योजना, जो पति की मृत्यु के बाद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, इस हमले का शिकार हुई है। अपराधियों ने विभाग के सर्वर को हैक करके लाभार्थियों के आधार डेटा को नष्ट कर दिया, जिससे पेंशन वितरण प्रक्रिया में समस्या उत्पन्न हो गई।

साइबर हमले की वजह से आई परेशानी
इस साइबर हमले के कारण, जिले के लगभग सात हजार लाभार्थियों को जुलाई महीने की पेंशन नहीं मिल पाई। ऐसा इसलिए क्योंकि, आधार लिंक के बिना खातों में धनराशि भेजना संभव नहीं है, जिससे कई महिलाएं अपनी नियमित आर्थिक सहायता से वंचित रह गईं। अब ये लाभार्थी समस्या के समाधान के लिए विभाग के कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं।

कई मामले आए सामने
इस परेशानी के चलते कई मामले सामने आए हैं। जैसे, अंबेडकर नगर की विमला देवी, जिन्हें पिछले पांच वर्षों से पेंशन मिल रही थी, उन्हें जुलाई में कोई भुगतान नहीं मिला। जब उन्होंने कार्यालय में पूछताछ की, तो पता चला कि उनके खाते से जुड़ा आधार डेटा गायब हो गया है। इसी तरह, काकादेव की उज्वला सिंह, जो तीन साल से पेंशन का लाभ ले रही थीं, उन्हें भी जुलाई में कोई भुगतान नहीं मिला। उन्होंने एक साल पहले ही अपना खाता आधार से लिंक कराया था, लेकिन अब उन्हें फिर से यह प्रक्रिया दोहरानी पड़ रही है।

क्या है विधवा पेंशन योजना?
विधवा पेंशन योजना के तहत, सरकार पति की मृत्यु के बाद महिलाओं को प्रति माह एक हजार रुपये की पेंशन देती है। यह राशि तीन महीने के अंतराल पर लाभार्थियों के खातों में जमा की जाती है। जिले में लगभग 61 हजार महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही हैं।

विभाग को नहीं हुई जानकारी
जानकारी के अनुसार, यह साइबर हमला जून के अंतिम सप्ताह में हुआ, लेकिन विभाग को इसकी जानकारी एक सप्ताह तक नहीं हुई। जब जुलाई के पहले सप्ताह में धनराशि जारी की गई, तो केवल 41 हजार लाभार्थियों के खातों में ही पैसे पहुंचे। लगभग 18 हजार लाभार्थियों के खातों में कोई धनराशि नहीं पहुंची, जिनमें से सात हजार वे हैं जिनके आधार डेटा पूरी तरह से गायब हो गए थे।

विभाग अब इस समस्या से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। लाभार्थियों को फिर से अपने आधार को खातों से लिंक कराने के लिए बुलाया जा रहा है। जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप कुमार ने बताया कि योजना का सर्वर हैक हो जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है और अब इसे सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।

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