Kanpur News : कानपुर मेट्रो का दूसरा रिसीविंग सब-स्टेशन बनकर हुआ तैयार

UPT | मेट्रो का बिजली घर

Jul 31, 2024 21:19

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा, “कानपुर मेट्रो के निर्माणाधीन सेक्शन में ट्रैक बिछाने, सिस्टम इंस्टॉलेशन और टनल निर्माण का काम …

Kanpur News : उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) ने एक और उपलब्धि के तहत बेहद कम समय में कॉरिडोर -1 (आईआईटी- नौबस्ता) के लिए दूसरे रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) की बिल्डिंग का निर्माण भी पूरा कर लिया है। अब 50 एमवीए के दो पावर ट्रांसफ़ॉर्मर्स के साथ 220/33 केवी रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) बैलेंस सेक्शन पर मेट्रो ट्रेनों और स्टेशनों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। 

विद्युत उपकरणों के संचालन के लिए यहीं से होती है विद्युत आपूर्ति
जानकारी के मुताबिक कानपुर मेट्रो का पहला 220 केवी रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) लखनपुर में छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी के निकट स्थित है। प्रॉयोरिटी कॉरिडोर (आईआईटी - मोतीझील) और गुरुदेव चौराहा स्थित मेट्रो डिपो में ट्रेनों और स्टेशन के विद्युत उपकरणों के संचालन के लिए यहीं से विद्युत आपूर्ति होती है। इसी कड़ी में मोतीझील के आगे निर्माणाधीन शेष सेक्शन के स्टेशनों के उपकरण और ट्रेन परिचालन के लिए फूलबाग में एक और 220 केवी रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) का निर्माण किया जा रहा था, जो अब पूरा कर लिया गया है।
बता दें कि 750 वोल्ट डीसी करंट पर चलने वाली कानपुर मेट्रो ट्रेनें संचालन हेतु थर्ड रेल का प्रयोग करतीं हैं। रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) से ही थर्ड रेल को बिजली मिलती है। 

सब-स्टेशन भी बिजली आपूर्ति के लिए पूरी तरह से तैयार
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा, “कानपुर मेट्रो के निर्माणाधीन सेक्शन में ट्रैक बिछाने, सिस्टम इंस्टॉलेशन और टनल निर्माण का काम तेजी से हो रहा है। इसी के समानांतर अब फूलबाग स्थित रिसीविंग सब-स्टेशन भी बिजली आपूर्ति के लिए पूरी तरह से तैयार है। सुंदर वास्तु शिल्प और कॉम्पैक्ट डिजाइन वाली इसकी बिल्डिंग में वर्षा जल संरक्षण के भी प्रावधान किए गए हैं। आने वाले समय में यहां सोलर प्लांट भी लगाया जाएगा। सिविल और ट्रैक निर्माण के साथ-साथ सिस्टम इंस्टॉलेशन के कार्यों की तेज गति को देखते हुए मुझे पूरा विश्वास है कि हम सुनियोजित ढंग से अपने लक्ष्य को पूरा करने में अवश्य सफल होंगे।”          

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